NCRB Data: हत्या के मामले में यूपी अव्वल तो दूसरे पायदान पर बिहार
महाराष्ट्र में सर्वाधिक अपराध
देश में ओवरआल अपराध में महाराष्ट्र पहले तो बिहार सातवें स्थान पर हैं लेकिन प्रति लाख अपराध में बिहार अव्वल है। हत्या के मामले में बिहार देश का दूसरा खतरनाक राज्य है। बिहार पुलिस पर हमले में भी देश में पहले स्थान पर है।
पटना। हत्या के मामले में बिहार देश का दूसरा खतरनाक राज्य है। बिहार पुलिस पर हमले में भी अव्वल आगे है।
देश में जमीन के लिए सबसे अधिक झगड़ा-फसाद बिहार में होता है। इसके अलावा पारिवारिक विवाद के मामले में भी बिहार देश में सबसे आगे है।
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (NCRB) की वर्ष 2021 की रिपोर्ट में ये बातें निकलकर आई हैं।
ओवरआल अपराध में 7वें स्थान पर बिहार
भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत दर्ज आपराधिक कांडों की बात करें तो ओवरआल दर्ज आपराधिक कांडों में बिहार देश में सातवें स्थान पर है।
महाराष्ट्र 3.67 लाख दर्ज कांडों के साथ पहले, यूपी 3.57 लाख के साथ दूसरे, तमिलनाडु 3.22 लाख कांडों के साथ तीसरे स्थान पर है।
बिहार 1.86 लाख कांड के साथ सूची में सातवें स्थान पर है। महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान जैसे राज्य सूची में बिहार से ऊपर हैं।
राज्य में जमीन विवाद के सर्वाधिक मामले
एनसीआरबी रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में देश भर में जमीन विवाद के कारण झगड़े-फसाद के कुल 8848 मामले दर्ज किए गए, जिनमें सबसे अधिक 3336 मामले बिहार में दर्ज हुए।
महाराष्ट्र 1259 मामलों के साथ दूसरे तो 1227 मामलों के साथ कनार्टक तीसरे स्थान पर रहा।
बिहार में होते प्रति लाख सर्वाधिक अपराध
प्रति लाख अपराध दर के हिसाब से भी बिहार इस सूची में पहले स्थान पर रहा। यहां प्रति लाख जमीन विवाद की दर 2.7 है, जो देश में सर्वाधिक है।
इसी तरह पारिवारिक विवाद के सर्वाधिक 954 मामले वर्ष 2021 में बिहार में दर्ज किए गए। इस सूची में उत्तर प्रदेश 549 मामलों के साथ दूसरे और तमिलनाडु 546 मामलों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
पुलिस-सरकारी अफसरों पर सर्वाधिक हमले
एनसीआरबी की नई रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में पूरे देश में पुलिस और सरकारी अधिकारियों पर भीड़ या असमाजिक तत्वों के हमले के 334 कांड दर्ज किए गए।
इनमें सर्वाधिक 97 कांड बिहार में दर्ज हुए हैं। मध्य प्रदेश 46 कांडों के साथ दूसरे और तेलंगाना 31 कांडों के साथ सूची में तीसरे स्थान पर है। केरल और कर्नाटक 29-29 मामलों के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं।
हत्या में दूसरा, चोरी के मामलों में तीसरा स्थान
एनसीआरबी रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में हत्या के सर्वाधिक 3717 कांड उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए हैं। बिहार 2799 कांडों के साथ देश में दूसरे स्थान पर है।
इसके बाद महाराष्ट्र तीसरे, मध्यप्रदेश चौथे और पश्चिम बंगाल पांचवें स्थान पर है। हालांकि दोनों राज्यों में जनसंख्या अधिक होने के कारण भी हत्या के मामले अधिक हैं।
प्रति लाख आबादी पर हत्या की बात करें तो झारखंड 4.1 की दर के साथ पहले, 3.8 की दर से हरियाणा दूसरे और 3.4 की दर से छत्तीसगढ़ तीसरे स्थान पर है।
हत्या के मामले में उत्तर प्रदेश में अपराध दर 1.6 तो बिहार में 2.3 है।
अगर चोरी की बात करें तो देश में सर्वाधिक चोरियां महाराष्ट्र में होती हैं। वर्ष 2021 में महाराष्ट्र में चोरी से जुड़े 67 हजार 218 कांड दर्ज किए गए।
उत्तर प्रदेश 40 हजार 944 कांडों के साथ दूसरे जबकि बिहार 38 हजार 277 कांडों के साथ तीसरे स्थान पर है।
आटो व बाइक चोरी के मामले में भी 27 हजार 740 कांडों के साथ महाराष्ट्र पहले जबकि 25 हजार 606 कांडों के साथ बिहार दूसरे स्थान पर है। उत्तर प्रदेश वाहन चोरी में 23 हजार से अधिक कांडों के साथ तीसरे स्थान पर है।
देश में राज्यवार अपराध
- महाराष्ट्र : 3.67 लाख
- उत्तर प्रदेश : 3.57 लाख
- तमिलनाडु : 3.22 लाख
- मध्य प्रदेश : 3.04 लाख
- गुजरात : 2.73 लाख
- राजस्थान : 2.14 लाख
- बिहार : 1.86 लाख
राज्यवार भूमि विवाद के मामले
- बिहार : 3336
- महाराष्ट्र : 1259
- कर्नाटक : 1227
- तमिलनाडु : 642
- ओडिशा : 563
राज्यवार पारिवारिक विवाद
- बिहार : 954
- उत्तर प्रदेश : 549
- तमिलनाडु : 546
- हरियाणा : 325
- महाराष्ट्र : 304
पुलिस व सरकारी कर्मियों पर हमले
- बिहार : 97
- मध्य प्रदेश : 46
- तेलंगाना : 31
- केरल : 29
- महाराष्ट्र : 29
- राज्यवार हत्या के मामले
- उत्तर प्रदेश : 3717
- बिहार : 2799
- महाराष्ट्र : 2330
- मध्य प्रदेश : 2034
- पश्चिम बंगाल : 1884
राज्यवार चोरी के मामले
- महाराष्ट्र : 67,218
- उत्तरप्रदेश : 40,944
- बिहार : 38,277
आटो-बाइक चोरी के मामले
- महाराष्ट्र : 27,740
- बिहार : 25,606
- उत्तर प्रदेश : 23,290
(नोट: ऊपर के सभी आंकड़े राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो की साल 2021 की रिपोर्ट से।)