Kanpur : डॉक्टर का प्राइवेट पार्ट काटकर पत्नी को किया पार्सल, 10 साल से रेप करने का लगा आरोप
Kanpur : कानपुर देहात में एक गेस्ट हाउस से पुलिस को फोन जाता है। फोन करने वाले ने कमरे मेें लाश की जानकारी दी। पुलिस पहुंची तो लाश देखकर हैरान रह जाएगी। बिस्तर और फर्श पर खून फैला था। दीवार पर मैसेज लिखा था।
जब प्रकृति से मनुष्य खिलवाड़ करने लगता है तो प्रकृति अपना बदला खुद लेती है। लाश की ओठ को स्टेपल किया था। लाश का प्राइवेट पॉर्ट भी गायब था। हत्या का खुलासा हूआ तो हर कोई हैरान रहा गया। लोगों ने हत्या को सही ठहराया। इलाहाबाद हाईकोर्ट से आरोपी की जमानत हुई तो 21 जुलाई 2013 की याद ताजा हो गई।
डॉक्टर के घर पहुंचा पॉर्सल - लाश कानपुर देहात के अमरोहा PHC के प्रभारी डॉक्टर सतीश चंद्र का था। डॉक्टर लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज चुकी थी। पुलिस मामले की जांच कर रही थी। कोई क्लू नहीं मिल रहा था।
तभी डॉक्टर के घर एक कुरियर पहुंचता था, जिसका उसकी पत्नी का नाम था। कुरियर लेने के बाद जब पत्नी उसे खोला तो बाहर फेंक दी। इसकी जानकरी पुलिस को दी। डिब्बे में डॉक्टर का कटा हुआ प्राइवेट पॉर्ट था।
जांच में पुलिस को जानकारी हुई की डॉक्टर का एक 25 साल की लड़की से संबंध था। युवती गोविंद नगर थाना क्षेत्र की थी। वह डॉक्टर के पास कुछ समय तक काम की। पुलिस ने तलाश किया, लेकिन पकड़ नहीं पाई। युवती खुद गोविंदनगर थाना जाकर सरेंडर कर दी। उसने डॉक्टर की हत्या की बात स्वीकार कर ली।
उसने बताया कि उसे इस बात का अफसोस नहीं है। वह बीएड, एमए और टीआईटी की हुई थी। उसने कहा कि डॉक्टर को मारकर उसने एक हैवान का अंत किया है। पुलिस उसे घटनास्थल पर ले जाकर पूरी बात बताने को कहती है तो युवती बेधड़क होते हुए कहती है कि मैं सबकुछ बताने के लिए तैयार हूं, लेकिन यह बताओ कि डॉक्टर कौन बनेगा?
21 जुलाई को डॉक्टर को मिलने को बुलाया - लड़की 13 जुलाई 2013 को ही शहर में आती है। 16 जुलाई को डॉक्टर को मिलने के लिए बुलाती है, लेकिन डॉक्टर काम होने की बात कहके 21 जुलाई को मिलने का तय करता है।
लड़की तय समय पर गेस्ट हाउस पहुंच गई। कमरा नंबर 206 बुक किया। जब लड़की को कमरा पसंद नहीं आया तो 101 कमरा बुक किया। डॉक्टर के आने से लड़की शराब में नींद की गोलियां मिला दी थी। शराब पीने के बाद डाॅक्टर सो गया।
डॉक्टर के सोने के बाद लड़की ने स्टेपलर से मुंह बंद कर दी। इसके बाद धारदार हथियार से उसका गला और प्राइवेट पार्ट काटी। फर्श पर बिखरे खून से वह दीवार पर संदेश भी लिखती है कि जब प्रकृति से मनुष्य खिलवाड़ करने लगता है तो प्रकृति अपना बदला खुद लेती है। पुलिस ने कातिल और उसकी निशानदेही पर कत्ल का सामान भी बरामद कर लिया था, लेकिन अभी भी डॉक्टर की हत्या की वजह का उसको पता नहीं था।
क्यों किया डॉक्टर का मर्डर - युवती पुलिस को बताती है कि कहानी 13 साल पहले 2001 से शुरू होती है। युवती ने बताया कि वह गोविंदपुर इलाके में अपने परिवार के साथ रहती है, लेकिन 2001 में पिता की तबियत खराब होने के बाद वह डॉक्टर सतीश चंद्र से मिलती है और डॉक्टर उसके पिता का इलाज करने लगते हैं। 2003 में युवती हाईस्कूल में थी और डॉक्टर उसे अपने प्राइवेट क्लीनिक में नौकरी करने के लिए कहता है।