Umesh Pal Murder: उमेश पाल के परिवार का ऐलान 'जब तक नहीं मिलेगा न्याय तब तक नहीं करेंगे तेरहवीं'
Umesh Pal Murder: उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की हत्या के 13वें दिन जयंतीपुर सुलेम सराय का माहौल अलहदा था। घर पर उमेश पाल की आत्मा की शांति के लिए परिवार वालों ने पाठ किया। उमेश की मां शांति पाल ने कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, तब तक तेरहवीं नहीं होगी।
केंद्रीय राज्य मंत्री समेत तमाम लोग पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और ढांढस बंधाया। घर के भीतर पूरा परिवार और करीबी गम व गुस्से में डूबे रहे। पुलिस और प्रशासन की ओर से अपेक्षित कार्रवाई नहीं हुई, जिसको लेकर उनके मन में रोष व्याप्त है। घरवालों ने तेरहवें दिन शांति पाठ का आयोजन किया। इसके तहत उन्होंने मृत उमेश पाल की तस्वीर रखकर विधि विधान से शांति पाठ करवाया।
पुलिस और पीएसी के जवान पूरी मुस्तैदी से संदिग्ध लोगों पर नजर रख रहे थे। सामान्य व्यक्ति को भीतर जाने से रोका जा रहा था। केवल परिचित और बेहद करीबी ही गम में डूबे परिवार का दुख बांटने के लिए पहुंच पा रहे थे। शांति पाठ में परिवार के अलावा तमाम रिश्तेदार भी शामिल हुए।
इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल कुछ समर्थकों के साथ पहुंचे। एनकाउंटर के सवाल पर उन्होंने मीडिया से कहा कि पुलिस आत्मसुरक्षा में गोली चलाती है। पुलिस प्रशिक्षित होती है। अगर कोई पुलिस को जान से मारने की नीयत से कोई भी फायर करता है तो वह जवाबी फायरिंग में जान से मारा जा सकता है।
उधर, उमेश की मां शांति पाल ने कहा कि तेरहवें दिन परिवार के साथ शांति पाठ कराया गया है, जिसके बारे में समाज को नहीं बताया गया है। 13 को सामाजिक रूप से उमेश और उनके सुरक्षाकर्मियों की मौत पर शांति के लिए कार्यक्रम किया जाएगा।जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक तेरहवीं नहीं की जाएगी। मास्टरमाइंड समेत सभी अपराधी मारे जाएंगे, तभी संतुष्टि मिलेगी।
होली गायन बंद नहीं करने पर बदमाशों ने की फायरिंग, एक किशोरी की मौत
टिकारी। पंचानपुर ओपी अंतर्गत टेपा गांव में होली पर गीत गा रहे लोगों पर गांव के ही बदमाशों ने फायरिंग कर दी। जिसमें एक 12 साल की किशोरी की जान चली गई। वारदात बुधवार की देर रात की है। मृतका के पिता मिथिलेश प्रसाद सिंह ने गुरुवार को ओपी में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। जिसमें उन्होंने छह लोगों को नामजद बनाया है। वहीं, दो-तीन अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया है।
शिकायत में मृतका के पिता ने बताया कि होली के अवसर पर गांव के मधु कुमार शशि के दालान पर ग्रामीण होली का गायन कर रहे थे। इसी क्रम में गांव के ही बबलू सिंह, डब्लू सिंह, बुद्धू सिंह, विनय सिंह, हरे कृष्ण सिंह, छोटू और दो तीन अन्य लोग नशे की हालत में आए और गाली-गलौज करते हुए होली गायन बंद करने को कहा।
ग्रामीणों ने आपत्ति जताई तो बदमाशों ने मारपीट शुरू कर दी। ग्रामीणों ने तुरंत घटना की सूचना पंचानपुर ओपी की पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाबुझा कर मामला शांत कराया और गश्ती पर लौट गई।
पुलिस के लौटते ही बदमाश फिर से आ धमके। बदमाश पुलिस बुलाने पर भड़क उठे और गोलीबारी करने लगे। होली का गायन सुन रही मिथिलेश प्रसाद सिंह की बेटी प्रिया कुमारी के हथेली को छूती हुई एक गोली गले मे जा लगी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
वारदात के बाद सभी हमलावर मौके से फरार हो गए। उन्होंने जाते-जाते पुलिस को दुबारा सूचना देने पर सभी परिवार को गोली मार देने की धमकी दी। बदमाशों के जाने पर पीड़ित ने प्रिया की गोली लगने से मौत की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने शव को अपने कब्जे के लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कालेज एवं अस्पताल, गया भेज दिया।
सूचना पर टिकारी एसडीओ करिश्मा और डीएसपी गुलशन कुमार, ओपी अध्यक्ष राम राज सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार से घटना के कारणों की पूरी जानकारी ली। घटना के बाद से सभी आरोपी गांव से फरार है।
डीएसपी ने बताया कि मृतिका के पिता के लिखित आवेदन पर शिकायत दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। घटना के लिए गांव के ही छह लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमार कार्रवाई कर रही है।