UP Crime News: नाबालिग दलित गैंगरेप पीड़िता को न्याय के लिए दखल संगठन ने किया प्रदर्शन
UP Crime News: उन्नाव गैंगरेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए दखल संगठन द्वारा वाराणसी में बीएचयू गेट पर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में बीएचयू और विद्यापीठ के छात्र छात्राओं ने भी शिरकत की और बनारस के नागरिक समाज के भी चेहरे दिखाई दिए।
दलित बच्ची को न्याय दो ! गैंगरेप पीड़िता को न्याय दो ! महिला हिंसा बन्द करो ! नारी उत्पीड़न बन्द करो ! पितृसत्ता नही सहेंगे ! समता समानता आज़ादी , यही हमारा नारा है ! आदि नारे लिखे तख्तियां कार्यक्रम का संदेश स्पष्ट कर रही थीं।
प्रदर्शन सभा में घटना पर बात करते हुए एक वक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में ये दिल दहला देने वाला गैंगरेप हुआ है। इस केस की क्रोनोलॉजी सुनेंगे आपलोग तो ताज्जुब होगा की उन्नाव में 11 साल की एक नाबालिग दलित बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ। उसके परिवार को लगातार सताया गया। और उस गाँव समाज से कोई प्रतिकार नहीं हुआ।
ये अपने आप में भरोसा करने की बात नही है। हम कैसा समाज बनते जा रहे है ? एक साल के अंदर ही अपराधी जमानत पर बाहर आकर दोबारा से परिवार को डरा धमका रहे हैं। कहीं कोई आवाज नहीं उठ रही। कहीं कोई खबर प्रकाशित नहीं हो रही है।
चौबीस घंटे टीवी पर चिकचिक करने वाले रिपोर्टरों ने भी इस खबर के बारे में कोई छोटी सी रिपोर्ट तक करना जरूरी नहीं समझा। एक अन्य वक्ता ने बताया की कानून और व्यवस्था नाम की चिड़िया उत्तर प्रदेश से फुर्र है।
दखल की ओर से विषय स्थापना करते हुए महिला कार्यकर्त्री ने कहा की सिलसिलेवार इस सामूहिक बलात्कार की घटना को पढ़िए तो रूह काँप जाती है। यूपी में अपराधियों का मनोबल किस ऊंचाई पर है और कानून का राज कैसे सिसक रहा है ये देखना एक बेबसी सी देता है।
31 दिसंबर, 2021 को उन्नाव के लादखेड़ा गांव में 11 साल की एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप हुआ। 13 फरवरी, 2022 को अरुण, अमन और सतीश दुबारा से 11 वर्षीय बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार किये। पीड़िता की माँ की शिकायत पर आरोपियों को POCSO एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया।
सितंबर 2022 में नाबालिग जो खुद एक बच्ची है ने एक बच्चे को जन्म दिया। केस देश में जैसे चलता है चल रहा है। इस बीच कोर्ट को दया आ गयी और आरोपियों को जमानत दे दिया गया। इसी 17 अप्रैल 2023 की रात दोनों आरोपी अपने दो अन्य साथियों के साथ नाबालिग दलित पीड़िता के घर पहुंचे।
पीड़िता के कहे अनुसार वे केस में सुलह का दबाव बना रहे थे। फिर गाली-गलौज करने लगे। पीड़िता और उसकी मां के विरोध करने पर उनको लाठी-डंडे से पीटा। जान से मारने की धमकी दी। फिर आरोपियों ने उनके घर में आग लगा दी।
आग में पीड़िता का 7 महीने का बेटा और 2 महीने की बहन गंभीर रूप से झुलस गए। बताया जा रहा है कि दोनों मासूम 40-45 प्रतिशत झुलसे हैं। इसके पूर्व आरोपी पीड़िता के पिता को भी घायल कर चुके हैं। और उनकी तहरीर भी पुलिस के पास एफआईआर में तब्दील होने के इंतजार में है।
आज के इस प्रदर्शन के माध्यम से इस प्रकरण में पुलिस, कोर्ट, हांव हांव करती मीडिया और हमारी चुनी हुई बहुमत की सम्मानित भाजपा सरकार से हम गुहार लगाते हैं कि उन्नाव के इस केस में न्याय दिलवाइये।
क्यूंकि न्याय तो देखिये , हो नहीं रहा है। न्याय होता हुआ दिख भी नहीं रहा है। न्याय की दूर दूर तक कोई गुंजाइश ही नहीं दिख रही है।संचालन शालिनी ने किया,प्रेरणा कला मंच की टीम ने जनवादी गीत गाये,धन्यवाद ज्ञापन इन्दु ने दिया।
प्रदर्शन और सभा में मुख्य रूप से सिस्टर फ़्रेंसिका, मैत्री, नीति, रैनी, विजेता, पूनम, यशी, बिन्दु, ताहिर अंसारी, आंनद मेहतो, धन्नजय, नीरज, धर्मेंद्र, मुकेश, रोहित राणा, शर्मिला, अनन्या, काजल, अश्विनी, अनुज, दिक्षा, शुभम, सुमन आनन्द, शिवांगी, प्रतिमा, उमेश, राजेश, प्रियंका, जागृति, कुसुम वर्मा, संजीव सिंह, ओमप्रकाश, हजारी प्रसाद शुक्ला, भानु, सुमन, शशि, नीरज रेहान, अमृत यादव, इम्तियाज, अतुल, राजेश, विशाल, शिवम, कुणाल, दीपक आदि मौजूद रहे।