छापा मारने वालों को छाप देंगे : लालू प्रसाद यादव
जगदानंद और तेज प्रताप रहे गायब
![Will print raiders: Lalu Prasad Yadav](https://www.bmbreakingnews.com/static/c1e/client/99149/uploaded/d158732eee83d5df0e11535477d5e91d.jpg?width=963&height=520&resizemode=4)
राष्ट्रीय जनता दल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में आज लालू प्रसाद यादव को फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने का औपचारिक ऐलान हुआ। इसी के साथ जगदानंद सिंह श्याम रजक और तेज प्रताप यादव के मसले का असर भी साफ तौर पर दिखा है।
पटना। लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को स्थापना काल से ही लगातार 12वीं बार राष्ट्रीय जनता दल का अध्यक्ष चुने जाने का औपचारिक ऐलान हो गया है।
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित राजद के राष्ट्रीय अधिवेशन में लालू ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों से लड़ना है। दिल्ली में कार्यकारिणी की बैठक की गई है। अब दूसरे राज्यों में भी करेंगे।
लालू यादव ने कहा कि भाजपा ने पूरे देश को सांप्रदायिक कर दिया है। महंगाई चरम पर है। बताओ कहां गया 15 लाख रुपया।
लालू यादव ने कहा कि हम सीबीआई छापे से डरने वाले नहीं। छापे को छाप देंगे। बैठक के आखिरी दिन की शुरुआत मुलायम सिंह यादव के चित्र पर माल्यार्पण और एक मिनट के मौन से हुई।
राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए एकमात्र लालू प्रसाद यादव ने ही नामांकन पत्र दाखिल किया था। इसलिए उनका निर्वाचन निर्विरोध हुआ है।
हालांकि इसका औपचारिक ऐलान आज दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन्हें जीत का प्रमाणपत्र देकर किया गया।
लालू प्रसाद यादव ने दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के पहले ही दिन स्पष्ट कर दिया है कि राजद में अब तेजस्वी यादव की ही चलेगी। लालू यादव ने रविवार को कहा था कि बड़े मसलों पर तेजस्वी यादव के अलावा अन्य कोई नेता कुछ भी नहीं बोलेगा।
इससे स्पष्ट हो गया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष भले लालू प्रसाद यादव बने रहें, लेकिन राजद की कमान अब पूरी तरह तेजस्वी यादव के हाथ में है।
चर्चा है कि लालू प्रसाद यादव राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से नाराज हैं। पहले नाराजगी जगदानंद सिंह ने दिखाई। वे राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में शामिल नहीं हुए।
हालांकि उनके पुत्र सुधाकर सिंह बैठक में शामिल हुए। चर्चा यह है कि जगदानंद का इस्तीफा लालू यादव तक पहुंच गया है और लालू यादव इस पर आज-कल में ही निर्णय ले लेंगे।
इस बार जगदानंद सिंह का इस्तीफा स्वीकार किया जा सकता है।
रविवार को दिल्ली में तेज प्रताप यादव और श्याम रजक के बीच जो कुछ हुआ, उसके बाद यह तय माना जा रहा हैै कि श्याम रजक के राजद में दिन पूरे हो गए हैं।
तेज प्रताप यादव ने श्याम रजक पर उन्हें और उनकी बहनों को गाली देने का आरोप लगाते हुए तल्ख तेवर दिखाए थे। इसके बाद श्याम रजक ने राजद को परिवार की पार्टी तक कह दिया।
दिल्ली में आयोजित राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक (RJD National Executive Meeting) में जगदानंद सिंह, श्याम रजक और तेज प्रताप यादव के मसले का भी असर साफ दिखा।
इस बैठक में लालू ने तेजस्वी यादव की ताकत और बढ़ा दी है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जगदानंद सिंह पहले से अनुपस्थित थे।
श्याम रजक के साथ विवाद के बाद तेज प्रताप यादव भी बैठक में नहीं आए।