Indore temple stepwell collapse: मंदिर की बावड़ी गिरने से मृतकों की संख्या हुई 35, पीड़ितों से सीएम ने की मुलाकात
Indore temple stepwell collapse: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ इंदौर में घटना स्थल का दौरा किया। रामनवमी के दिन बावड़ी गिरने के कारण अब तक 35 लोगों की जान चली गई है। मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि प्राथमिकी दर्ज, घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मौजूदा प्राथमिकता रेस्क्यू ऑपरेशन है। उन्होंने कहा कि घायलों का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा। पीएम ने पीड़ितों को अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की है। हमने राज्य भर में ऐसे बावड़ियों और बोरवेलों के निरीक्षण के आदेश दिए हैं।
इन सब के बीच इंदौर पुलिस कमिश्नर ने बताया कि मंदिर प्रशासन के अध्यक्ष व सचिव के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 के तहत मामला दर्ज गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के एक अस्पताल में घायल पीड़ितों से मुलाकात भी की है।
इससे पहले शिवराज ने कहा था कि आज इंदौर में अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है। घटना के बाद से ही मैं लगातार प्रशासन के संपर्क में था और रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहा था। लोगों को बचाने के इस अभियान में पूरा प्रशासन जुटा हुआ था पर तमाम प्रयासों के बाद भी हम कई जिंदगियों को बचा नहीं पाए।
चौहान ने कहा था कि बावड़ी पर अधिक बोझ होने के कारण वह धंस गई। मैंने घटना की जाँच के निर्देश दिए हैं। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जिन्हें हम बचा नहीं पाए उन सब परिवारों के साथ सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ी है।
मृतकों के परिजनों को ₹5-5 लाख व घायलों को ₹50-50 हजार की सहायता राशि प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे राज्यभर में जांच कर पता लगाएं कि किन कुओं और बावड़ियों को असुरक्षित तरीके से ढंककर उन पर निर्माण किया गया है और कौन-से नलकूप खुले रखे गए हैं?
ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को इंदौर में मंदिर की बावड़ी गिरने की घटना में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। इस घटना में अब तक 35 लोगों की मौत हुई है, जबकि तलाशी अभियान अभी भी जारी है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट मंत्रियों के साथ घटना स्थल पर बचाव अभियान का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं और जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सीएम चौहान ने कहा, "प्राथमिकी दर्ज की गई है। घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान प्राथमिकता बचाव अभियान है। घायलों का मुफ्त में इलाज किया जाएगा। पीएम ने पीड़ितों के लिए अनुग्रह राशि की भी घोषणा की है। हमने राज्य भर में ऐसे बावड़ियों और बोरवेलों के निरीक्षण का आदेश दिया है।
इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा टी ने कहा, "कुल 35 लोगों की मौत हुई है। एक लापता हैं। 14 लोगों को बचाया गया है। दो लोग इलाज के बाद सुरक्षित घर लौट आए। लापता लोगों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान जारी है।" उन्होंने कहा, "18 घंटे लंबा बचाव अभियान गुरुवार को लगभग 12:30 बजे शुरू हुआ और अभी भी जारी है।"
अधिकारियों के मुताबिक, सेना के 75 जवानों और NDRF और SDRF की टीम ऑपरेशन में लगी हुई है। इंदौर के पुलिस कमिश्नर ने बताया कि मंदिर प्रशासन के अध्यक्ष और सचिव के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बता दें, मध्य प्रदेश के इंदौर के पटेल नगर इलाके में रामनवमी के अवसर पर बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में आयोजित 'हवन' के दौरान एक बावड़ी की छत गिरने से कई श्रद्धालु उसकी चपेट में आ गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लेने और इंदौर हादसे के पीड़ितों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से अनुग्रह राशि देने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की। पीएम मोदी ने ट्विटर पर कहा, "इंदौर में हुए हादसे से बेहद आहत हूं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की और स्थिति की जानकारी ली। राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य तेज गति से कर रही है। मेरी प्रार्थनाएं सभी प्रभावित और उनके परिवार के साथ हैं।"