J&K Encounter : खतरनाक आतंकी बिलाल अहमद से सेना ने लिया बदला, जानिये आतंकी बिलाल के आतंक की कहानी ?
Encounter In Kashmir : आतंक के गढ़ दक्षिण कश्मीर के शोपियां में जिस आतंकी बिलाल अहमद भट को शुक्रवार को मारा गया वह कोई आम आतंकी नहीं था। भारतीय सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू कश्मीर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मारा यह आतंकी लश्कर ए तैयबा से जुड़ा यह आतंकी बहुत ही खूंखार और शातिर था।
यह आतंकी 2017 में भारतीय सेना के अधिकारी लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या में शामिल था। इसने ही लेफ्टिनेंट उमर की रेकी करके आतंकियों को जानकारी पहुंचाई थी। इसके बाद ही लेफ्टिनेंट की बहन की शादी समारोह से अपहरण करके हत्या कर दी गई।
इसने कश्मीरी पंडितों के खिलाफ भी कई कार्रवाई को अंजाम दिया था। आतंकी बिलाल पहले ओवर ग्राउंड वर्कर के रूप में काम करता था। इनका काम टारगेट की जानकारी एकत्र करने से लेकर आतंक की हर जरूरत का इंतजाम करना होता है।
इसके बाद इसने 03 सितंबर 2021 को इसने लश्कर ए तैयबा के आउटफिट पीएएफएफ को पूरी तरह से ज्वाइन कर लिया। 25 साल का बिलाल अब मारा गया है। इस आतंकी को लेकर एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई।
इस कारवाई में भारतीय सेना की 34 राष्ट्रीय राइफल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 178वीं बटालियन और जम्मू कश्मीर पुलिस की टुकड़ी शामिल रही। इस कार्रवाई में पूरे घर को घेर कर उड़ा दिया गया। लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या के अलावा यह आतंकी कई वारदातों में शामिल रहा।
कश्मीरी पंडित सुनील कुमार भट और पितंबरनाथ पर गोली दागने में यह शामिल रहा। इसके अलावा मजदूरों पर हमला और बालकृष्ण नाम के युवक पर हुए हमले में यह शामिल रहा। इसके अलावा पकड़े गए एक आतंकी को गोली मार दी थी।
वह नौगाम में आतंकियों का पता बता रहा था। कश्मीर घाटी के घटती आतंकी संख्या के बीच अपने आकाओं के हुकम पर इसे बढ़ाने में लगा हुआ था। उसने एक के बाद एक 12 आतंकी विभिन्न पद पर भर्ती किए।
पुलिस ने बताया है कि मुठभेड़ की जगह से एक राफइल और तीन मैगजीन बरामद हुई है। इसके अलावा अन्य बरामद चीजों को भी कब्जे में ले लिया गया है। पुलिस ने इस मसले में मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी है।