Manish Sisodiya Case: Kejriwal के सामने 10 साल में सबसे बड़ी चुनौती, मनीष सिसोदिया AAP के लिए कितने जरूरी हैं
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Manish Sisodiya Case: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एक ऐसे नेता हैं जिन्हें अक्सर कक्षाओं में छात्रों के साथ बातचीत करते हुए देखा गया है। दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को अपनी गिरफ्तारी से पहले छात्रों से भावनात्मक अपील करते हुए कहा, "यह मत सोचो कि अगर मनीष चाचा जेल जा रहे हैं, तो स्कूलों में छुट्टियां शुरू हो गई हैं।
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को दिल्ली शराब घोटाला मामले में पांच दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया है। सीबीआई ने आगे की पूछताछ के लिए मनीष सिसोदिया की पांच दिन की रिमांड की मांग की है।
सत्येंद्र जैन और फिर मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी से आम आदमी पार्टी के 10 साल के इतिहास में अरविंद केजरीवाल के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। सिसोदिया दिल्ली के शिक्षा मॉडल के पोस्टर ब्वॉय हैं। वहीं कई बार दावा किया जाता है कि एक तरह से दिल्ली की सरकार को वही चलाते हैं।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों के छात्रों का प्रदर्शन और स्मार्ट क्लासरूम, जो अपने बच्चों को निजी स्कूलों में भेजने वाले माता-पिता भी देखते हैं। शिक्षा के अलावा, मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार में 17 अन्य विभागों को संभालने वाले व्यक्ति हैं।
वह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सबसे भरोसेमंद सिपहसालार भी हैं। सिसोदिया न केवल दिल्ली सरकार के कामकाज की कुंजी हैं, बल्कि वे दिल्ली में केजरीवाल सरकार द्वारा शुरू किए गए सुधारों का चेहरा भी हैं।
यही कारण है कि मनीष सिसोदिया की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा गिरफ्तारी को न केवल केजरीवाल की अगुवाई वाली दिल्ली सरकार के लिए बल्कि आम आदमी पार्टी और एक प्रभावशाली राष्ट्रीय खिलाड़ी के रूप में विकास की उसकी आकांक्षाओं के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।
विडंबना यह है कि पिछले साल मई में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में उनके कैबिनेट सहयोगी सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किए जाने के बाद मनीष सिसोदिया के विभागों का विस्तार किया गया था। सिसोदिया दिल्ली सरकार की फीडबैक यूनिट (FBU) को लेकर भी आलोचना का सामना कर रहे हैं, जो कथित तौर पर राजनीतिक जासूसी में शामिल रही है।
गृह मंत्रालय ने पिछले हफ्ते फीडबैक यूनिट (FBU) स्नूपिंग मामले में मनीष सिसोदिया पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी थी। सिसोदिया दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग के प्रमुख हैं जिसके तहत एफबीयू बनाया गया था।
संयोजक अरविंद केजरीवाल के बाद मनीष सिसोदिया आप के सबसे प्रमुख चेहरे हैं। सिसोदिया की गिरफ्तारी का इससे बुरा समय नहीं हो सकता था। आप कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में चुनाव लड़ने की कोशिश कर रही है।दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) पर नियंत्रण हासिल करने के बाद उसने बीएमसी चुनाव के लिए भी कमर कस ली है। बीएमसी, मुंबई का नागरिक निकाय, देश का सबसे धनी नागरिक निकाय है।
आप की राजनीतिक आकांक्षाएं सिसोदिया की गिरफ्तारी से न केवल उसकी भ्रष्टाचार मुक्त छवि को नुकसान पहुंचने के कारण आहत हो सकती हैं, बल्कि इसलिए भी क्योंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सिसोदिया द्वारा देखे जा रहे विभागों को आवंटित करना पड़ सकता है, अगर उन्हें लंबे समय तक सलाखों के पीछे रहें।
मनीष सिसोदिया ने रविवार को सीबीआई की पूछताछ में पेश होने के दौरान खुद कहा कि उन्हें सात से आठ महीने जेल में रहना पड़ सकता है। सिसोदिया ने कहा था, "भले ही मैं 7-8 महीने जेल में रहूं, मेरे लिए खेद महसूस न करें, गर्व करें। आप ने मनीष सिसोदिया को "भारत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री" के रूप में पेश किया है। इसलिए, "मनीष चाचा" का लंबे समय तक दूर रहना आप के लिए संभालना आसान नहीं होगा।
अडाणी मुद्दे से लोगों का ध्यान हटाने के लिए सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया : आप
आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और केंद्र पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी ‘‘भाजपा की तानाशाही के अलावा और कुछ नहीं’’ है।
सिंह ने कहा कि अडाणी मामले में लोगों का ध्यान भटकाने के लिए यह कार्रवाई की गई है। सिंह ने कहा, ‘‘गरीब बच्चों के कल्याण के लिए जी तोड़ मेहनत करने वाले नेता को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। मनीष सिसोदिया के घर पर छापेमारी की गई, लेकिन कुछ नहीं मिला। अडाणी को लेकर मचे हंगामे से जनता का ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।’’
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा उन नेताओं और उनकी पार्टियों को ‘‘परेशान’’ कर रही है, जिन्होंने अडाणी मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग की थी। सिंह ने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने उन नेताओं को परेशान करना शुरू कर दिया है, जो अडाणी मामले की जेपीसी जांच की मांग कर रहे थे।
सीबीआई, सेबी, आयकर विभाग सब खामोश हैं। एक तरफ अडाणी हैं, जो करोड़ों रुपये की हेराफेरी कर रहे हैं और बिना किसी जांच के खुलेआम घूम रहे हैं तथा दूसरी तरफ वे एक ऐसे नेता को गिरफ्तार कर रहे हैं, जो समर्पित रूप से काम कर रहे हैं।’’
अमेरिका की ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ ने अडाणी समूह की कंपनियों पर शेयर कीमतों में हेराफेरी करने के आरोप लगाए थे। अडाणी समूह ने आरोपों को झूठ बताते हुए खारिज कर दिया है। सिंह ने दावा किया कि भाजपा आप की उपलब्धियों और लोकप्रियता से ‘ईर्ष्या’ करती है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा आम आदमी पार्टी की उपलब्धियों और बढ़ती लोकप्रियता से जलती है...मैंने कल कहा था कि यह तानाशाही की पराकाष्ठा है और मैं उस बयान को दोहराता हूं। लेकिन लोग सब कुछ देख रहे हैं और वे न्याय सुनिश्चित करेंगे। यह तानाशाही है। जल्द इस तानाशाही का अंत होगा।’’
उन्होंने कहा कि आप आंदोलन से पैदा हुई है और इसके नेता जेल जाने से नहीं डरते। दिल्ली पुलिस पर हमला करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि आप के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के लिए पुलिसकर्मियों को आप कार्यालय के भीतर भेजा गया।
सिंह ने आरोप लगाया, ‘‘पुलिसकर्मी हमारे पार्टी कार्यालय के अंदर आए और हमारे कार्यकर्ताओं तथा नेताओं को हिरासत में ले लिया। यह भाजपा की तानाशाही की पराकाष्ठा है। दिल्ली पुलिस और तमाम केंद्रीय एजेंसियां भाजपा के इशारे पर काम कर रही हैं।