Nitin Gadkari On Petrol Price: नितिन गडकरी के फार्मूले में कितना है दम, क्या 15 रुपये लीटर मिलेगा पेट्रोल ?

Nitin Gadkari On Petrol Price: केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को राज्यस्थान के प्रतापगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कुछ शर्तें बताई और कहा कि अगर ऐसा हुआ तो पेट्रोल 15 रुपए प्रति लीटर हो जाएगा। पेट्रोल-डीजल पर पूरे देश की अर्थव्यवस्था टिकी है, साथ ही ये वो चीज है, जिसका वास्ता हर किसी को पड़ता है।
ऐसे में पेट्रोल की कीमत को लेकर भी लोगों की उत्सुकता बनी रहती है। अब केंद्रीय परिवहन मंत्री ने जब 15 रुपए लीटर पेट्रोल होने की भविष्यवाणी की तो जाहिर है कि उनके इस बयान को पर्याप्त कवरेज मिली। लेकिन गडकरी का दावा क्या सचमुच संभव है? क्या सही में 100 रुपए से अधिक में बिकने वाला पेट्रोल 15 रुपए प्रति लीटर हो जाएगा, इसकी छानबीन जरूरी है।
किसान अन्नदाता नहीं ऊर्जादाता भी बनेगाः गडकरी - सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि आने वाले समय में देश में पेट्रोल 15 रुपए प्रति लीटर मिलेगा। ये सब कुछ होगा एथेनॉल की मदद से। आने वाले समय में किसान अन्नदाता नहीं ऊर्जादाता भी होगा, क्योंकि ये सारा प्रोसेस देश का किसान करेगा।
16 लाख करोड़ रुपए का पेट्रोल इम्पोर्ट किसानों को मिलेगा - गडकरी ने आगे कहा कि अगस्त में टोयोटा कंपनी की गाड़ियों को लॉन्च कर रहा हूं। ये सभी गाड़ियां किसानों की ओर से तैयार किए एथेनॉल पर चलेंगी। 60% एथेनॉल, 40% बिजली और फिर उसका एवरेज पकड़ा जाएगा तो 15 रुपए लीटर पेट्रोल का भाव होगा। 16 लाख करोड़ रुपए का इम्पोर्ट है। अब ये पैसा किसानों के पास जाएगा।
प्रतापगढ़ में 5600 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का उद्घाटन - प्रतापगढ़ में 5600 करोड़ रुपये के संयुक्त मूल्य के साथ 11 नैशनल हाइवे प्रोजेक्ट का उद्घाटन और निर्माण कार्य शुरू करते हुए गडकरी ने ये बातें कहीं।
गडकरी ने कहा कि अगर 60% इथेनॉल और 40% बिजली का औसत लिया जाए तो पेट्रोल 15 रुपये प्रति लीटर की दर से मिलेगा और लोगों को फायदा होगा। मौजूदा समय में फ्यूल इंपोर्ट 16 लाख करोड़ रुपये का है और अगर इसे कम किया जा सकेगा तो ये पैसा बाहर भेजने की बजाय किसानों के घर जाएगा।
गडकरी के दावे में कितना दम - एक्सपर्ट की माने तो गडकरी ने जो कहा वो संभव है, लेकिन उसके लिए जो शर्त है, उसे पूरा करना इतना आसान नहीं। मालूम हो कि नितिन गडकरी भारत में इलेक्ट्रिक कारों के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने पर काफी जोर दे रहे हैं। साथ ही उन्होंने हाइड्रोजन से चलने वाली कारों के प्रचार-प्रसार पर भी काफी कुछ कहा है। केंद्रीय मंत्री खुद जिस टोयोटा मिराई कार से चढ़ते हैं, वह हाइड्रोजन से चलती है।
इथेनॉल के उत्पादन को बढ़ाना होगा - नितिन गडकरी ने फ्लेक्स फ्यूल कंपैटिबल इंजन बनाने के लिए ऑटोमोबिल कंपनी को निर्देश दिया है और सबकुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में भारतीय सड़कों पर पेट्रोल और इथेनॉल के मिश्रण वाले फ्यूल से चलने वालीं गाड़ियां दिखेंगी। गडकरी के दावे को पूरा करने के लिए इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाना होगा। जिसे बिहार, यूपी, महाराष्ट्र, राजस्थान जैसे कई राज्यों में प्रोत्साहित किया जा रहा है।
इथेनॉल से कैसे सस्ता होगा पेट्रोल - इथेनॉल यानी कि E20 पेट्रोल वस्तुतः एक तरह का अल्कोहल है, जिसे स्टार्च और शुगर के मेल से बनाया जाता है। इसके लिए गन्ने के रस, मक्का, सड़े आलू, सड़ी सब्जियां, मीठा चुकंदर, ज्वार, बांस या पराली का उपयोग किया जाता है। इससे बनने वाले ईंधन में 80% हिस्सा पेट्रोल और 20% हिस्सा एथेनॉल का होगा। जिसे E20 पेट्रोल कहा जाता है। अभी पेट्रोल में केवल 10% एथेनॉल मिलाया जाता है, लेकिन आगे इसकी मात्रा बढ़ाई जाएगी।