UP Wetaher Alert: यूपी में चक्रवाती तूफान के चलते होगी बारिश, IMD का अलर्ट
UP Wetaher Alert : अप्रैल माह से ही शुरू होने वाली भयंकर गर्मी इस वर्ष मई के आने के बावजूद अब तक गायब है। बादलों की आवाजाही और पछुआ हवाओं के साथ तापमान अब तक सामान्य से कम पर दर्ज हो रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक तापमान में बढ़ोतरी तो होगी, लेकिन रविवार को पश्चिमी यूपी के 10 जिलों में छुटपुट बारिश के आसार हैं। इससे तापमान में फिर अमूलचूल परिवर्तन हो सकता है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक दानिश के अनुसार एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है।
इसके अलावा पश्चिमी हवाएं भी लगातार जारी है। इसके चलते प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में तापमान सामान्य से चार से पांच डिग्री तक कम पर ही दर्ज हो रहा है। अब भी धूप के साथ बादलों की आवाजाही बनी हुई है।
अगले दो दिनों तक तापमान में तीन से पांच डिग्री तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। रविवार को पश्चिमी विक्षोभ के असर से दिल्ली से जुड़े पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में छिटपुट बारिश होगी और अगले सप्ताह तक पश्चिमी हवाओं का असर भी प्रदेश भर में बना रहेगा।
शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान सामान्य से 5.2 डिग्री की गिरावट के साथ 34.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में सर्वाधिक तापमान झांसी में 37.7 डिग्री और आगरा में 37.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
वहीं प्रदेश का न्यूनतम तापमान बिजनौर के नजीबाबाद में 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश भर में शनिवार को मौसम शुष्क रहेगा लखनऊ और आसपास के जिलों में आसमान साफ रहेगा। अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज हो सकता है।
पिछले साल तबाही मचाने वाले तूफान अम्फान और यास के बाद अब बंगाल की खाड़ी में मोचा की हलचल शुरू हो गई है। अगले सप्ताह में यह तूफान समुद्री किनारों से टकराने के साथ ही अपना असर कानपुर तक दिखाएगा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती तूफान का दोहरा झटका स्थानीय स्तर पर भी बड़ा मौसमी बदलाव कर सकता है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय के अनुसार साल 2023 का यह पहला चक्रवात तूफान है जो आठ मई तक बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो सकता है। इसका नाम मोचा रखा गया है।
इसकी शुरुआत सात मई से होने की संभावना है लेकिन नौ मई तक यह बंगाल की खाड़ी की तरफ आ सकता है। इसके साथ ही 10 से 11 मई के दौरान इसका रुख बदलेगा इसमें और तीव्रता आने की सम्भावना है।
इसका असर पश्चिमी बंगाल और ओडिशा की तरफ भी हो सकता है। इसके साथ ही देश में छह बादल का सिस्टम पहले से काम कर रहा है। चक्रवाती हवा के मिलने से इसका असर उत्तर प्रदेश में भी हल्की से मध्यम वर्षा के तौर पर देखने को मिल सकता है।