Weather Report: चक्रवात बिपरजॉय ने पकड़ा रौद्र रूप, अगले 5 दिन भारी बारिश की चेतावनी, येलो अलर्ट जारी

Cyclone Biparjoy Updates: चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' ने अपना रौद्र रूप पकड़ लिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पांच दिनों तक केरल में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। IMD का कहना है कि बिपरजॉय बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। फिलहाल केरल में इससे भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
लेकिन इसका प्रभाव छह राज्यों - केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, लक्षद्वीप, गुजरात के साथ-साथ पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी पड़ेगा। मौसम विभाग के 11 जून (रविवार) को अलप्पुझा, एर्नाकुलम, त्रिशूर, मलप्पुरम और कोझिकोड के लिए और 12 जून को कन्नूर और कोझिकोड के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इससे पहले शनिवार को मौसम विभाग ने कहा था कि अरब सागर में आ रहा चक्रवात बिपरजॉय अगले 24 घंटे में और खतरनाक हो सकता है।
इन राज्यों पर बिपरजॉय का खतरा - चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के चलते IMD ने गुजरात, केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप में मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया गया है। गुजरात के वलसाड में तीथल बीच को 14 जून तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही गोवा और महाराष्ट्र में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। महाराष्ट्र के रत्नागिरी, रायगढ़, ठाने, पालघर, कोल्हापुर में तेज आंधी की आशंका जताई गई है।
15 जून को 125-135 की रफ्तार पकड़ेगी तूफान - इधर मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवात बिपरजोय अरब सागर में केंद्र भूत है। यह पोरबंदर के दक्षिण-पश्चिम में लगभग 450 किमी की दूरी पर है। हमारा पूर्वानुमान इसके उत्तर में बढ़ने का है। यह 15 जून की दोपहर तक कच्छ के तट को पार करेगा जिसकी रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटा का पूर्वानुमान लगाई है।
सौराष्ट्र, कच्छ में 13-15 तक दिखेगा असर - गुजरात स्थित मौसम विभाग की निदेशक मनोरमा मोहंती ने बतााय कि लैंडफॉल होने के बाद चक्रवात का असर सौराष्ट्र, कच्छ में 13,14 और 15 जून तक रहेगा। उत्तरी गुजरात में 15 और 16 जून को इसका असर रहेगा। इन जहगों पर तेज बारिश की संभावना है। सबसे ज्यादा बारिश कच्छ, द्वारका और जामनगर में होने की संभावना है। अहमदाबाद में भी भारी बारिश हो सकती है।
केरल, कर्नाटक, तमिलनाडू के तटीय इलाकों में मछली पकड़ने पर रोक - चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' के कारण 55 किमी प्रति घंटे की गति से हवा चलने की संभावना के साथ, 15 जून तक केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के तटों पर मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। आईएमडी ने रविवार की सुबह एक विज्ञप्ति में कहा कि सौराष्ट्र तट के साथ 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
65 से 70 किमी प्रति घंटे तक जा सकती है हवा की रफ्तार - सोमवार को 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है और इसके 65 किमी प्रति घंटे तक भी पहुंच जाने की उम्मीद है।
आईएमडी ने एक बयान में कहा, हवा की गति 50-60 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है और 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से भी चल सकती है। आईएमडी ने समुद्र में उन मछुआरों को भी तट पर लौटने और तटवर्ती और अपतटीय गतिविधियों को न्यायिक रूप से विनियमित करने का निर्देश दिया है।