वाराणसी में 10 साइट इंजीनियर बर्खास्त, दो अन्य पर मुकदमा दर्ज
मामला PMAY आवास आवंटन में बड़ी गड़बड़ी का
वाराणसी में प्रधानमंत्री आवास योजना (नगरीय) में आवास आवंटन में बड़ी गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद कार्यदायी संस्था के 10 साइट अभियंताओं को बर्खास्त कर दिया गया है।
वाराणसी में प्रधानमंत्री आवास योजना (नगरीय) में आवास आवंटन में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गई है। मामले में रविवार को कार्यदायी संस्था के 10 साइट इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया गया है।
इन पर आवास आवंटन के लिए आवेदकों से घूस लेने और जाली प्रमाण पत्र जारी करने के आरोप सही पाए गए हैं।
इसके अलावा कार्यदायी संस्था के दो अन्य कर्मचारियों पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पिछले दौरे में पीएमएवाई नगरीय के तहत हुए आवासों के आवंटन की जांच कराने के निर्देश दिए थे।
इस क्रम में नगर आयुक्त ने वाराणसी नगर निगम के साथ ही रामनगर और सूजाबाद क्षेत्र में निर्मित आवासों की जांच कराई।
जांच में यह पाया गया कि परियोजना की मॉनिटरिंग और जियो टैगिंग का काम केडीएस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कर रही है।
जांच में उसके कुछ कर्मी सर्वे के दौरान लोगों से आवास आवंटन के नाम पर घूस लेने के दोषी मिले। उन्हें तत्काल प्रभाव से नौकरी से बर्खास्त किया गया।
साथ ही दो अन्य लोगों पर एफआइआर दर्ज कराई गई है।
नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने बताया कि आवास आवंटन को लेकर लोगों से घूस लेने व जाली प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में दोषी मिले 10 सर्वेयरों को बर्खास्त कर दिया गया है।
इसके अलावा दो अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (नगरीय) में आवास आवंटन में गड़बड़ी की जांच अभी जारी है। माना जा रहा है कि इस मामले में कई और लोगों पर गाज गिर सकती है।
नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने कहा कि ऐसी जांच आगे भी जारी रहेगा। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
डूडा (जिला नगरीय विकास अभिकरण) में भ्रष्टाचार का यह खेल पिछले कई दिनों से चल रहा था।
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री के पास यह शिकायत पहले ही पहुंची थी, जिसका संज्ञान लेते हुए पूर्व परियोजना अधिकारी डूडा जया सिंह का तबादला कर दिया गया था।
ये 10 साइट अभियंता हुए बर्खास्त
- किशन सिंह, आशीष यादव, करन सिंह, आशीष यादव, शुभम पटेल, अनिल मौर्या, अभिषेक सेठ, अभिनव पांडेय, रामरथी पटले, जियालाल यादव, जियालाल मौर्या शामिल है।