Khakee Web Series से चर्चा में आए आईपीएस मुश्किल में, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

पटना, राज्य ब्यूरो। विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ पदाधिकारी और मगध रेंज के तत्कालीन आईजी अमित लोढ़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता मामले में प्राथमिकी दर्ज की है। इससे पहले एसवीयू ने गया के तत्कालीन एसएसपी आदित्य कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए बुधवार को उनके तीन ठिकानों पर छापा मारा था।
विशेष निगरानी इकाई से मिली जानकारी के अनुसार, अमित लोढ़ा पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी सेवक के पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार एवं निजी स्वार्थ लाभ में वित्तीय अनियमितता की। नेटफिलिक्स तथा फ्राइडे स्टोरी टेलर के साथ सरकारी सेवक होते हुए भी व्यावसायिक कार्य किए। बता दें कि इन दिनों नेटफिलिक्स पर वेब सीरीज खाकी देखी जा रही है। इसमें अमित लोढ़ा एसपी के रूप में नजर आ रहे हैं।
अमित लोढ़ा के भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता की जांच एजेंसियों द्वारा की गई। जांच रिपोर्ट की समीक्षा पुलिस मुख्यालय एवं वरीय प्राधिकार द्वारा विधिवत की गई। इसके बाद निगरानी विभाग के दिशा-निर्देश के आलोक में अमित लोढ़ा के खिलाफ पीसी एक्ट और आईपीसी की विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले की जांच की जिम्मेदारी पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी को सौंपी गई है।
आईपीएस आदित्य और लोढ़ा के बीच है पुराना विवाद
गया के तत्कालीन एसएसपी आदित्य कुमार और मगध रेंज के तत्कालीन आईजी अमित लोढ़ा के बीच पुराना विवाद है। इनके विवाद की वजह से ही सरकार ने दोनों अधिकारियों को वहां से हटाकर मुख्यालय में प्रतिनियुक्त कर दिया था। इसके बाद दोनों अधिकारियों के खिलाफ जांच हुई।
इसमें शराब केस में आदित्य कुमार पर केस दर्ज किया गया। आदित्य पर डीजीपी को फर्जी कॉल कराने के भी आरोप हैं। अब अमित लोढ़ा पर वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार में मामला दर्ज कर जांच शुरू की जा रही है।
'खाकी' ने लगाया IPS अमित लोढ़ा की वर्दी पर दाग
बिहार कैडर के चर्चित आइपीएस अधिकारी और सुपर काप की छवि वाले अमित लोढ़ा की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स को मदद पहुंचाने के आरोपों के संदर्भ में विशेष निगरानी विभाग ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया है। अब बताया जा रहा है कि उन्हें सस्पेंड भी किया जा सकता है।
बता दें कि, अपने जीवन पर बनी वेबसीरीज ‘खाकी : द बिहार चैप्टर’ को लेकर वह कठघरे में हैं। यह वेबसीरीज 25 नवंबर में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है और खूब पसंद की जा रही है। यह वेबसीरीज अमित लोढ़ा की लिखी बेस्टसेलर किताब ‘बिहार डायरीज’ पर आधारित है, जो वर्ष 2017 में लिखी गई थी।
अमित लोढ़ा पर लोकसेवा अधिनियम के उल्लंघन का आरोप है। जांच सूत्रों के अनुसार, अमित ने किताब लेखन और वेबसीरीज निर्माण को लेकर पुलिस मुख्यालय या राज्य सरकार से अनुमति नहीं ली थी। वेबसीरीज के फाइनेंस और शूटिंग से जुड़े मुद्दे को लेकर भी वह कठघरे में हैं। वेबसीरीज निर्माण में लगने वाली राशि का इंतजाम करने में उनकी भूमिका की जांच की जा रही है।
सरकार ने माना है कि अमित लोढ़ा ने निजी स्वार्थ तथा लाभ के लिए वित्तीय अनियमितताएं की और सरकारी सेवक होते हुए भी नेटफ्लिक्स तथा फ्राइडे स्टोरी टेलर प्रोडक्शन हाउस के साथ व्यावसायिक कार्य किए। इस मामले में अब लोढ़ा के खिलाफ सरकार के निर्देश पर विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता मामले में प्राथमिकी दर्ज की है।
विशेष निगरानी इकाई के अनुसार अमित लोढ़ा द्वारा नेटफ्लिक्स तथा फ्राइडे स्टोरी टेलर के साथ व्यावसायिक कार्यों की जांच की गई, जिसकी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंपी गई। जांच रिपोर्ट की समीक्षा पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ पदाधिकारियों और सक्षम प्राधिकार द्वारा की गई।
इसी रिपोर्ट और सरकार के निर्देश के तहत एसवीयू ने लोढ़ा एवं उनके सहयोगियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी में पीसी एक्ट और आइपीसी की धाराएं लगाई गई हैं।
लोढ़ा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद इसके अनुसंधान का जिम्मा डीएसपी स्तर के एक पदाधिकारी को सौंपा है। आइजी लोढ़ा ने फ्राइडे स्टोरी टेलर प्राइवेट लिमिटेड एवं नेटफ्लिक्स से करार के रूप में दिनांक 18 अगस्त 2021 को अपने एचडीएफसी अकाउंट पर प्रथम किस्त के रूप में 12372 रूपये लिए हैं।
आइजी अमित लोढ़ा की पत्नी कौमुदी लोढ़ा के अकाउंट से प्रोडक्शन हाउस के खाते से कई तिथियों के बीच करीब 49 लाख 63 हजार रूपये का लेनदेन किया गया। वेब सीरीज बनाने में करीब 64 करोड़ की लागत आई। आरोप है कि यह राशि भ्रष्टाचार से अर्जित की गई।
गया में आइजी रहते अमित लोढ़ा का विवाद तत्कालीन एसएसपी आदित्य कुमार से भी रहा। इस मामले में दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ा कि शिकायत पुलिस मुख्यालय तक पहुंच गई जिसके बाद दोनों अधिकारियों को एक साथ पद से हटाते हुए वापस पटना बुला लिया गया।
अमित लोढ़ा ने शराब माफिया से गठजोड़ मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए आइपीएस आदित्य कुमार पर कार्रवाई को लेकर कई पत्र वरीय अधिकारियों को लिखे थे। यहीं से दोनों आइपीएस अफसरों के बीच विवाद गहराया।