वाराणसी से आइएसआइएस का सदस्य गिरफ्तार
त्यौहार के दौरान यूपी को दहलाने की योजना
बासित कलाम सिद्दीकी पुत्र कलाम अहमद सिद्दकी (24 वर्ष) देश में हिंसक जेहाद के लिए मुस्लिम समाज के युवाओं का ब्रेन वाश कर उन्हें संगठन में भर्ती कर रहा था। इसी प्रकार का इनपुट मिलने पर एनआईए ने छापेमारी की।
लखनऊ। दीपावली के साथ ही अन्य पर्व पर उत्तर प्रदेश को दहलाने की योजना का इनपुट मिलते ही बीते कई दिनों से सक्रिय राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को बड़ी सफलता मिली है।
एनआइएने पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) से जुड़े वायस आफ हिंद के सक्रिय सदस्य बासित सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है।
बासित यहां पर आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के क्रम में युवाओं का ब्रेन वाश करने में लगा था। एनआइए की गिरफ्त में आए बासित से पूछताछ चल रही है।
बासित के खिलाफ एनआइए ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। उसे गुरुवार को दिल्ली की कोर्ट में पेश किया जाएगा।
एनआइए ने तलाशी के दौरान आइईडी और विस्फोटक पदार्थो को तैयार करने के टिप्स वाले नोट्स, मोबाइल फोन, लैपटाप व पेन ड्राइव के साथ आपत्तिजनक लेख को जब्त कर लिया है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने वाराणसी में दो ठिकानों पर अचानक छापा मारकर आइएसआइएस के सदस्य बासित कलाम सिद्दीकी को बुधवार देर रात गिरफ्तार किया है।
बासित कलाम सिद्दीकी पुत्र कलाम अहमद सिद्दकी (24 वर्ष) देश में हिंसक जेहाद के लिए मुस्लिम समाज के युवाओं का ब्रेन वाश कर उन्हें संगठन में भर्ती कर रहा था। इसी प्रकार का इनपुट मिलने पर एनआईए ने राष्ट्रीय दिल्ली में भी छापेमारी की।
एनआइए को इनपुट मिला था कि वाराणसी में आइएसआइएस के वाइस आफ हिंद माड्यूल की गतिविधियां तेज होती जा रही हैं। यहां बासित कलाम सिद्दीकी आइएसआइएस के संगठन वायस ऑफ हिंद को काफी तेजी से बढ़ा रहा है।
यह अत्यधिक कट्टरपंथी संगठन है। एनआइए ने वाराणसी में वायस आफ हिंद माड्यूल के बासित को पकड़ने से पहले आमिर उमर निसार उर्फ कासिम खुरासानी समेत छह को पकड़ा था।
इन सभी से मिली जानकारी के बाद वाराणसी में तोबड़तोड़ छापा मारा गया। बासित कलाम सिद्दीकी आतंकी संगठन रणनीति के तहत एक नई आनलाइन पत्रिका के जरिए युवाओं को बरगलाने के काम में लगा था।
बासित कलाम आईएसआईएस के संचालकों के साथ सक्रियता से जुड़ा था। इस दौरान उसने अफगानिस्तान में अपने आइएसआइएस आकाओं के निर्देश पर एक विस्फोटक ब्लैक पाउडर बनाने की कोशिश कर रहा था और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस (आईईडी) के निर्माण के लिए इस्तेमाल होने वाले अन्य घातक रासायनिक पदार्थों के उपयोग के बारे में ज्ञान प्राप्त कर रहा था।
बासित अपने कई टेलीग्राम समूहों के माध्यम से युवाओं को महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और नागरिक आबादी में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए विस्फोटक बनाने का प्रशिक्षण भी दे रहा था।
वह प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आइएसआइएस की साजिश के तहत आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देकर भारत के कई राज्य में विस्फोट करने के लिए प्रभावशाली युवाओं की भर्ती करते हैं।
एनआइए की जांच के दौरान पता चला कि बासित सिद्दीकी आईएसआईएस की ओर से युवाओं को कट्टर बनाने और भर्ती करने में सक्रिय रूप से शामिल था।
इस्लामिक स्टेट से जुड़ा आतंकी बासित कलाम सिद्दीकी राजस्थान में कोटा से इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था। खजुरी, मकबूल आलम रोड निवासी कलाम सिद्दीकी के तीन बेटों में सबसे बड़ा बासित कोरोना काल के दौरान करीब दो वर्ष घर पर ही रहकर आनलाइन पढ़ाई कर रहा था।
एनआइए के अनुसार सिद्दीकी आनलाइन आइईडी बनाने की ट्रेनिंग ले रहा था और अफगानिस्तान के खुरासान जाने की तैयारी में था, ताकि आइएस में सक्रिय रूप से भागीदारी कर सके। बासित तो साफ्टवेयर का अच्छा जानकार है।
बासित तो आतंकी संगठन की पत्रिका वायस आफ हिंद के लिए कंटेंट एडिटिंग और पोस्टर बनाने में शामिल था। इसके साथ ही वह विध्वंसक कृत्यों को अंजाम देने के लिए पुलिस थानों सहित हिंदू मंदिरों, सरकारी भवनों की रेकी भी करता था।