चचेरे भाई और पट्टीदार ने की थी मोंटी की हत्या
चाय-पान विक्रेता की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, दो गिरफ्तार

वाराणसी। बड़ी पियरी निवासी चाय-पान विक्रेता मोंटी यादव की हत्या उसके चचेरे भाई और पटीदार ने की थी। दोनों मनबढ़ मोंटी के रोजाना के विवाद और मारपीट से त्रस्त हो गए थे। इसी वजह से दोनों मोंटी को अपने साथ ले गए और शराब पिलाए।
जब वह नशे में धुत हो गया तो उसके चेहरे पर ईंट से ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसके शव को बोरे में भर कर एक बॉक्स में रख कर करौंदी स्थित आईटीआई कॉलेज के समीप नाले में फेंक दिए।
यह खुलासा पुलिस ने मंगलवार को बड़ी पियरी निवासी डब्लू यादव और पिंटू यादव को गिरफ्तार करने के बाद किया। दोनों के पास से वारदात में इस्तेमाल ईंट, एक ई-रिक्शा और 2500 रुपए बरामद हुए हैं।
ज्ञात हो कि बीते 1 दिसंबर को करौंदी स्थित आईटीआई कॉलेज के समीप नाले में एक युवक का शव बोरे में भर कर फेंका मिला था। 2 दिसंबर की रात शव की शिनाख्त बड़ी पियरी निवासी मोंटी यादव के तौर पर हुई थी।
डीसीपी काशी जोन आर एस गौतम ने बताया कि वारदात के खुलासे के लिए थानाध्यक्ष चितईपुर बृजेश कुमार मिश्रा और एसओजी प्रभारी सुनील कुमार सिंह की टीम लगाई गई थी।
सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और सर्विलांस की मदद के साथ ही मोंटी को जानने वालों से उसके बारे में पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ में सामने आया कि मनबढ़ किस्म के मोंटी से उसका चचेरा भाई पिंटू और पटीदार डब्लू बुरी तरह से परेशान थे।
पिंटू से आजिज आकर दोनों अपना घर छोड़ कर किराये पर कमरा लेकर रहते थे। पिंटू और डब्लू पर शक गहराया तो दोनों से पूछताछ शुरू की गई और वारदात की गुत्थी परत दर परत सुलझती चली गई।
आरोपी डब्लू और पिंटू ने बताया कि मोंटी उन लोगों से लगातार झगड़ा और मारपीट करता था। उसी की वजह से वह किराये के मकान में रहने लगे थे। उससे परेशान होकर हमने यह तय कर लिया था कि इसको अब जान से मार देंगे।
बीती 28 नवबर की सुबह पिंटू ने डब्लू से कहा कि तुम्हारी पत्नी बाहर गई है और मैं भी अपनी पत्नी को आज उसके मायके छोड़ दूंगा।
तुम मोंटी को अपने कमरे में लेकर आना। वहां उसे शराब पिलाकर उसका काम तमाम कर दिया जाएगा। उसी दिन सुबह 10:30 बजे डब्लू को चेतगंज शराब ठेके के पास मोंटी पैदल दिखा। इस पर डब्लू उसे शराब पिलाने की बात कह कर आदमपुर स्थित अपने घर ले गया।
जब मोंटी शराब के नशे में धुत हो गया तो शाम 4 बजे के लगभग उसने ईंट से उसके चेहरे और सिर पर ताबड़तोड़ वार किया। मोंटी की हत्या करने के बाद डब्लू ने पिंटू को फोन कर बताया कि काम हो गया है।
29 नवंबर को को दोनों दालमंडी से बक्सा खरीदे। फिर पिंटू के ई-रिक्शे में बक्सा लादकर कमरे पर लाए। इसके बाद मोंटी के शव को गद्दे में लपेट कर तार बांध कर बोरे में भरे।
30 नवंबर की सुबह मकान मालिक के जागने से पहले बक्सा ई-रिक्शे में रख कर दोनों शहर भर में सुरक्षित स्थान तलाशते रहे। शाम होने के बाद दोनों ने करौंदी स्थित आईटीआई कॉलेज के समीप बक्से से शव निकाल कर नाले में फेंका और फिर भाग भाग गए थे।