जो CM पेंडुलम की बातें कर रहे हैं, उन्होंने खुद फिजिक्स नहीं पढ़ी : अखिलेश यादव

शिवपाल ने बताया कि किसके कहने से अखिलेश के साथ आए

 
Those CMs who are talking about pendulum have not studied physics themselves: Akhilesh Yadav
'मैनपुरी से डिंपल भाभी को जिताएं', इटावा स्टेशन पर हुआ एनाउंस, सामने आया यह कारण

उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए वार-पलटवार का दौर लगातार जारी है। समाजवादी पार्टी ने यहां से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है।

हालांकि, भाजपा ने समाजवादी खेमे से ही आए रघुराज शाक्य को अपना उम्मीदवार बनाकर मुकाबला और कोई दिलचस्प बना दिया है। इस चुनाव में जीत हासिल करने के लिए समाजवादी पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। इन सबके बीच भाजपा के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा था।

उन्होंने शिवपाल यादव को लेकर भी एक बयान दिया था। उसी बयान पर आज अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री पर पलटवार किया है। आपको बता दें कि मैनपुरी में 5 दिसंबर को चुनाव होने तक के नतीजे 8 को आएंगे। 

Those CMs who are talking about pendulum have not studied physics themselves: Akhilesh Yadav

दरअसल, शिवपाल यादव पर तंज कसते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि चाचा शिवपाल की स्थिति पेंडुलम जैसी हो गई है। उन्होंने कहा था कि बेचारे को पिछली बार कितना बेइज्जत करके भेजा था, कुर्सी तक नहीं मिली, कुर्सी के हैंडल पर बैठना पड़ा था।

जीवन में पेंडुलम कभी नहीं बनना चाहिए। पेंडुलम का कोई लक्ष्य नहीं होता है। अब इसी बयान पर अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। अखिलेश ने कहा कि जो मुख्यमंत्री पेंडुलम की बातें कर रहे हैं उन्होंने खुद फिजिक्स नहीं पढ़ी है और वे हम लोगों को पेंडुलम सिखा रहे हैं।

इसके साथ ही सपा नेता ने कहा कि मैनपुरी में आप जितना भी विकास देखते हैं वो सब नेताजी के प्रयास से हुआ।

अखिलेश ने कहा कि नेताजी मैनपुरी के लोगों को अपने घर और परिवार का सदस्य मानते थे। उन्होंने कहा कि मैनपुरी जो छोटे कस्बे की तरह दिखाई देता था लेकिन समाजवादी पार्टी और नेताजी ने इसे शहर बना दिया।

इसके साथ ही उन्होंने शिवपाल के सुरक्षा कटौती के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि हम समाजवादी जनता के लोग हैं सिक्योरिटी से हमारा स्टेटस बनता या घटता नहीं है।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा जेड श्रेणीसे घटाकर वाई श्रेणीकिये जाने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया है। 

मैनपुरी उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी की एकता साफ तौर पर दिखाई दे रही है। पूरा सैफई परिवार एकजुट नजर आ रहा है। इन सबके बीच शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच का विवाद भी कम होता दिखाई दे रहा है। दोनों मिलकर मैनपुरी उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार डिंपल यादव को जीत दिलाने के लिए लगातार प्रचार कर रहे हैं।

हालांकि, डिंपल यादव को जब उम्मीदवार बनाया गया था तो उस समय शिवपाल यादव ने पूरी तरीके से चुप्पी साध ली थी। हालांकि, समाजवादी पार्टी की ओर से कहा गया कि शिवपाल यादव से पूछ कर ही डिंपल को चुनावी मैदान में उतारा गया है। अब शिवपाल यादव ने बताया है कि आखिर शिवपाल यादव अखिलेश के साथ आने के लिए कैसे तैयार हुए?

शिवपाल यादव ने अपने विधानसभा क्षेत्र जसवंतनगर में कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए बताया कि बहू ने ही उन्हें फोन किया था। बहू से मतलब डिंपल यादव ने। उन्होंने कहा कि बहू ने हमसे कहा कि चाचा हम चुनाव लड़ेंगे, आप साथ आ जाओ। डिंपल ने कहा था कि एक साथ रहना है।

शिवपाल ने कहा कि बहू लड़ रही थी इसलिए हम लोग एक हो गए। बहू का कहना मैंने भी मान लिया। शिवपाल ने यह भी दावा किया कि मैंने अखिलेश से भी कह दिया है कि हम लोग अब हमेशा साथ रहेंगे। इतना ही नहीं, शिवपाल ने यह भी कहा कि अब अगर अखिलेश से गड़बड़ करेंगे तो बहू है। वह हमारी गवाह है।

Those CMs who are talking about pendulum have not studied physics themselves: Akhilesh Yadav

हमारे बीच कोई दिक्कत हुई तो बहू ही गवाह रहेगी। इसके अलावा शिवपाल ने अपने भविष्य की रणनीति की भी घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि मैं तो अब 1-2 चुनाव ही लडूंगा। आगे तो अब लड़कों को ही चुनाव लड़ना है। 

इसके अलावा शिवपाल यादव ने कहा कि अगर 2022 के चुनाव में मुझे जिम्मेदारी मिली होती तो अखिलेश से इस वक्त मुख्यमंत्री होते। अपने बयान में शिवपाल ने कहा की जिम्मेदारी मिलती तो हर विधानसभा क्षेत्र में 10 से 15 हजार वोट बढ़ जाते।

इतना ही नहीं, शिवपाल यादव ने साफ तौर पर कहा कि तब चुनाव में समाजवादी पार्टी को 250 से ज्यादा सीटों पर जीत मिली होती और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री होते हैं। इसके अलावा शिवपाल ने भाजपा उम्मीदवार रघुराज शाक्य पर भी निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि रघुराज शाक्य अपने ही समाज के नहीं हुए हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि रघुराज ने हमसे कभी नहीं पूछा और चुनाव लड़ने के लिए वह छुपकर चला गया। 

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रेलवे स्टेशन पर जाने के साथ ही आपको अलग-अलग ट्रेनों को लेकर अनाउंसमेंट सुनाई देती हैं। लेकिन आप उस समय आश्चर्य में पड़ सकते हैं, जब रेलवे स्टेशन के माइक से किसी प्रत्याशी के पक्ष में वोट डालने की अपील की जा रही हो। यह इटावा स्टेशन पर हुआ है। इसके बाद वहां मौजूद यात्री भी हैरान रह गए। घटना शनिवार की रात की बताई जा रही है।

जानकारी के मुताबिक इटावा रेलवे स्टेशन के पूछताछ केंद्र पर लगे माइक से अनाउंस किया गया कि मैनपुरी उपचुनाव में डिंपल भाभी को जिताएं। घटना रात लगभग 11:00 बजे की है। डिंपल यादव जिंदाबाद के नारे लगाए जाने लगे। इसके बाद वहां मौजूद हर कोई अचरज में पड़ गया। रेलवे अधिकारी के भी हाथ-पांव फूलने लगे। 

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घटना के सामने आने के साथ ही अधिकारी इस बात की जांच में जुट गए। जीआरपी भी अपने स्तर पर पड़ताल करने की कोशिश कर रही है। कुछ यात्रियों ने इसको लेकर शिकायत भी की।

घटना के बारे में जो जानकारी अब तक सामने आ रही है उसके मुताबिक कुछ लोग रात में जबरन घुस आए थे और फिर उन्होंने माइक छीन कर डिंपल यादव जिंदाबाद के नारे लगाए। इस तरह की नारेबाजी करने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी गई है। दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य ने इस मामले को लेकर नाराजगी जताई है और शिकायत की बात कर रहे हैं। 

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अपने बयान में रघुराज सिंह शाक्य ने कहा कि सपा के नेता बौखलाए हुए हैं। इस तरह की घटना उनके हार को प्रदर्शित करती है। इस मामले के तथ्य जुटाए जा रहे हैं। निर्वाचन आयोग में भी मैं इसको लेकर शिकायत करूंगा।

आपको बता दें कि मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद से मैनपुरी सीट खाली हुई थी। मैनपुरी सीट से समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। डिंपल यादव मुलायम सिंह यादव की बहू और अखिलेश यादव की पत्नी है। मैनपुरी में 5 दिसंबर को चुनाव होना है जबकि नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे। 

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