Varanasi News : प्रबंधक पूजा दीक्षित पर लगे गंभीर आरोप, बाहर का रास्ता दिखायेगी आर्य महिला हितकारिणी महापरिषद
varanasi news : आर्य महिला हितकारी महा परिषद की प्रबंध समिति के चर्चित विवादित चुनाव प्रकरण में संस्था की समानांतर प्रबंध समिति के जनरल सेक्रेटरी डॉ. शशिकांत दीक्षित द्वारा उच्च न्यायालय में प्रस्तुत स्पेशल अपील डबल बेंच में विशेष सुनवाई के पश्चात 16/12/2022 को सिंगल बेंच के पूर्व आदेश को पुष्ट व बहाल करते हुए तथा यह आधारित किया है कि उक्त आदेश में हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है निरस्त कर दिया है।
गौरतलब है कि पूर्व जनरल सेक्रेटरी डॉ. शशिकांत दीक्षित ने संस्था व उसके अंतर्गत संचालित आर्य महिला पीजी कॉलेज, आर महिला इंटर कॉलेज और महिला नागरमल मुरारका मॉडल स्कूल, विद्या देवी श्री बी डी सोमानी आर महिला उच्च शिक्षण संस्थान हर महिला बाल विभाग शिक्षण संस्थान पर एकाधिकार करने की नियत से अपने
पद का दुरुपयोग करके तथा संस्था की सर्वोच्च बाडी ऑल इंडिया काउंसिल के निर्णय दिनांक 4 जून 2022 की अवहेलना करके आर्य महिला पीजी कॉलेज में एक समानांतर प्रबंध समिति का गठन कर लिया था, और सहायक निबंधक फर्म सोसायटी द्वारा अपनी समानांतर प्रबंध समिति के पक्ष में आदेश दिनांक 28/6/2022 प्राप्त करके संस्था व उसके अंतर्गत संचालित उक्त विद्यालयों में काबिल हो गए थे।
जिससे क्षुब्ध होकर आर्य महिला इंटर कॉलेज वाराणसी में संपन्न प्रेस वार्ता में श्री पांडे जी ने उक्त तथ्यों की जानकारी देते हुए बताया कि माननीय उच्च न्यायालय के आदेश दिनांक 20/10/2022 के पश्चात डॉ. शशिकांत दीक्षित की प्रबंध समिति को संस्था व उसके अंतर्गत संचालित उक्त विद्यालयों के प्रबंध का कोई अधिकार नहीं रह
गया है, तथा बैंक द्वारा भी संस्था वह उसके अंतर्गत संचालित उक्त शिक्षण संस्थाओं का उनके द्वारा किया जा रहा बैंक खातों का संचालन 2010- 2022 के पश्चात से अद्यतन और उधार चला आ रहा है।
इसके उपरांत भी डॉ. शशिकांत दीक्षित व उनके पुत्र डॉ. अनुराग दीक्षित पुत्रवधू पूजा दीक्षित व अन्य विद्यालयों के प्रबंधक यथा अमरीश अग्रवाल उनके पुत्र गौरव अग्रवाल, अमूल्य शर्मा आदि संस्था उसके अंतर्गत संचालित विद्यालयों के कोष व संसाधनों का अपने हित में उपयोग व उपभोग करने में संलिप्त है।
सुबह से देर रात तक वह विद्यालयों में उपस्थित रहकर विद्यालयों के कर्मचारियों व शिक्षिकाओं का शोषण कर रहे हैं, तथा कार्यालयों के कर्मचारियों के सहयोग से छात्राओं व उनके अभिभावकों से जबरन मनमाने ढंग से शुल्क की वसूली करते आ रहे हैं, तथा संस्था व विद्यालयों में प्राप्त फीस व अन्य शुल्क बैंकों में जमा करके
अपने घर उठा ले जा रहे हैं, तथा साथ नष्ट करने के उद्देश्य विद्यालय के महत्वपूर्ण अभिलेखों को जलाया जा रहा है, तथा कर्मचारियों व शिक्षिकाओं का निष्कासन करके नई नियुक्तियां की जा रही है, तथा संस्था की कैंटीन, स्टेशनरी की दुकान व साइकिल स्टैंड की संपूर्ण आय डॉ. शशिकांत दीक्षित उनके पुत्र डॉ. अनुराग दीक्षित व पुत्रवधू पूजा दीक्षित नित्य प्रति अपने घर ले जा रहे हैं।
जो पूर्णतया अवैधानिक व आपराधिक कार्य है, जिस पर तत्काल अंकुश लगाने की आवश्यकता है।
उक्त प्रेसवार्ता में प्रो. देवी प्रसाद द्विवेदी, विनोद शंकर उपाध्याय एडवोकेट, प्रोफेसर शैलेंद्र उपाध्याय, डॉ. विनोद कुमार पांडेय, गोपाल नारायण पांडेय, शिव प्रसाद श्रीवास्तव, शलभ शर्मा, दीनानाथ झुनझुनवाला, कृष्ण गोपाल पोद्दार, बनारसी मिश्रा, पंकज चतुर्वेदी, डॉक्टर प्रेम शंकर पांडेय, दिव्या शर्मा, मृत्युंजय सिंह, अशोक सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।