Akhilesh & Rahul Gandhi: अखिलेश का दावा, यूपी में भाजपा को हराएगा INDIA गठबंधन कांग्रेस-सपा में हुआ सीटों का बंटवारा

Akhilesh & Rahul Gandhi: बिहार में चल रहे सियासी उठापटक के बीच इंडिया गठबंधन के लिए उत्तर प्रदेश से राहत भरी खबर आई है। यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर सहमति बन गई है। यूपी में कांग्रेस 11 सीटों पर चुनाव लडे़गी।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर इसकी घोषणा करते हुए दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन मजबूती से चुनाव लड़ेगा और भाजपा को हराएगा। सपा अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर लिखा "इंडिया गठबंधन की सौहार्दपूर्ण शुरुआत के बीच यूपी में सीटों की बंटवारा हो गया है।
इस बार उनकी पीडीए की रणनीति इतिहास बदल देगी।" समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को अपने सोशल मीडिया X अकाउंट पर इसकी जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा "कांग्रेस के साथ 11 मजबूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है… ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा।
‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी।" हालांकि उन्होंने अभी यह साफ नहीं किया है कि उत्तर प्रदेश की बची 69 सीटों में से समाजवादी पार्टी के खाते में कितनी सीटें आ रही हैं। बहरहाल उनके इस ट्वीट से यूपी की सियासी चाल बदल गई है।
यूपी में सपा ने कांग्रेस को 11 सीटें देने का ऐलान किया है। इनमें से 2 सीट तो अमेठी और रायबरेली मानी ही जा रही है। इसके अलावा 9 अन्य सीटें कौन सी दी गई है। इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। खबरों के मुताबिक कांग्रेस पश्चिमी यूपी की चार सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। पश्चिमी यूपी के अलावा पूर्वांचल और बुंदेलखंड में भी कांग्रेस को सीटें दी जा सकती है।
वहीं, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अखिलेश यादव के फैसले से कांग्रेस पार्टी के अहसमत होने की खबर है। कहा जा रहा है कि यह फैसला अखिलेश यादव का है न कि कांग्रेस का। हालांकि अभी तक कांग्रेस के किसी नेता का इस पर बयान नहीं आया है।
आपको बता दें कि 17 जनवरी को सीटों के बंटवारे पर दिल्ली में गठबंधन के घटक दलों कांग्रेस और सपा के बीच बैठक हुई थी, लेकिन बैठक में कोई नतीजे नहीं निकल सका था। बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा था कि सपा के साथ एक और बैठक होनी है।
बात नहीं बनी तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी या मल्लिकार्जुन खरगे अखिलेश यादव के साथ बात करेंगे। सीटों को लेकर हुई इन बैठकों में कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, सलमान खुर्शीद, आराधना मिश्रा मौजूद रहीं।
वहीं, सपा की ओर से रामगोपाल यादव, जावेद अली खान और उदयवीर सिंह उपस्थित रहे। जानकारी के अनुसार, यूपी की हर एक सीट को लेकर चर्चा हुई। जीत की हर संभावना को टटोला गया। कांग्रेस और सपा के बीच दिल्ली में तीन दौर की बैठकें हुई।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस 25 सीटों की मांग कर रही थी। हालांकि 11 सीटों पर बात फाइनल हो गई है। वर्तमान में कांग्रेस के पास यूपी में रायबरेली की ही एकमात्र लोकसभा सीट है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस रायबरेली, अमेठी के अलावा प्रतापगढ़, वाराणसी, कानपुर, गाजियाबाद, इलाहाबाद, सहारनपुर, मुरादाबाद की सीटों पर लड़ सकती है। पूर्वी यूपी की ज्यादातर सीटें सपा के पास ही रहेंगी ऐसा अनुमान जताया जा रहा है।
पिछले चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन - 2009- कांग्रेस 69 सीटों पर चुनाव लड़ी और 21 जीती। इस चुनाव में सपा 75 पर लड़कर 23 और बसपा 69 पर लड़ी और 20 सीटें जीतीं। 2014- कांग्रेस 67 पर लड़कर सिर्फ दो सीट जीती। सपा 75 में पांच और बसपा 80 पर लड़ी और एक भी सीट नहीं जीत पाई।
2019- सपा- बसपा का गठबंधन था। कांग्रेस 67 पर लड़ी और सिर्फ रायबरेली जीत पाई। सपा 37 पर लड़ी और पांच जीती, जबकि बसपा 38 पर लड़ी और 10 जीती। रामपुर और आजमगढ़ हारने के बाद सपा के सिर्फ तीन सांसद हैं।