Balrampur Crime News: पुलिस उत्पीड़न से परेशान युवक ने कलेक्ट्रेट परिसर में किया आत्मदाह का प्रयास, जानिये क्या था पूरा मामला
Balrampur Crime News: बलरामपुर जिले में आज एक युवक ने कलेक्ट्रेट परिसर में जमीनी विवाद में न्यान मिलने और पुलिस कर्मियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि समय के रहते कलेक्ट्रेट कर्मियो की तत्परता से घटना टल गई।
पीड़ित युवक ने डीएम के समक्ष पेश होकर शपथ पत्र के साथ अपना बयान दर्ज कराया। इसके बाद डीएम ने घटना की गंभीरता को लेते हुए मजिस्टीरियल जांच तथा आरोपियों के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए है।
जिससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। बलरामपुर जिले के रेहरा बाजार थाना के गांव सोनापार के रहने वाले राजू पुत्र सुधई ने पुलिसिया उत्पीड़न से तंग आकर कलेक्ट्रेट परिसर में बुधवार को पहुंचकर आत्मादाह का प्रयास किया।
हालांकि कलेक्ट्रेट कर्मियो की तत्परता से एक बड़ी घटना टल गई। इसके बाद उसने डीएम के समक्ष पेश होकर शपथ पत्र के साथ अपनी शिकायत दिया। पीड़ित राजू ने डीएम को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि मेरे घर के पीछे आबादी की जमीन में खड़ंजा लगा हुआ है।
जिस पर गांव के ही कन्हई, राम बच्चन और गुरबचन खड़ंजा पर लकड़ी रखकर रास्ता बंद कर दिए। तथा पीड़ित की निजी जमीन पर जबरन कब्जा कर रास्ता निकालने का प्रयास कर रहे हैं। पीड़ित ने शपथ पत्र में आगे कहां है कि विपक्षी कन्हई रेहरा बाजार थाने में चौकीदार है।
जबकि उसका भाई गुरबचन थाने में कांस्टेबल है। जिसके कारण उसकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही है। उसने अपने बयान में कहा है कि उसने रेहरा बाजार थाने में कई बार शिकायत दर्ज कराई गई। लेकिन कार्रवाई करने के बजाय पुलिस उसी का उत्पीड़न करती है।
पीड़ित के बयान के मुताबिक गुरुचरण डायल 112 में ड्यूटी करता है। जब भी उसके द्वारा डायल 112 पुलिस को सूचित किया जाता है। तो पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। बल्कि उसी को अपमानित करती है। पीड़ित राजू ने डीएम बलरामपुर को दिए गए शपथ में पत्र में कहा है कि उसने दो बार पुलिस अधीक्षक बलरामपुर से भी मिलकर अपनी शिकायत दर्ज करायी थी।
एसपी से शिकायत के बाद भी पुलिस ने मामले में कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। जिससे अत्यन्त व्याकुल एवं क्षुब्ध होकर पीड़ित बुधवार को पहली बार कलेक्ट्रेट पहुंचा। और विपक्षी पुलिस कर्मियों के साथ स्वयं को खत्म कर लेने की बात कहते हुए आत्मघाती प्रयास किया।
जिसे तत्काल ही कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों ने रोका। इसके बाद डीएम ने उसकी पूरी बात सुना। डीएम ने घटना का कड़ा संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए मजिस्ट्रियल इंक्वायरी गठित कर दी गई है। दोषियों चाहे वह पुलिस विभाग में ही क्यों न हों उनके खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।