Chandauli News: मुग़लसराय के बांग्लादेशियों पर कब होगी कार्यवाही ?
Chandauli News: एक ओर जहां देश में पाकिस्तान से आई सीमा हैदर को लेकर शासन, प्रशासन और एटीएस सहित तमाम जांच एजेंसिया जांच पड़ताल में जुटी हुई है, उर जिसके पल पल की रिपोर्ट मीडिया संस्थानों के द्वारा बराबर जनता को दिखाई और सुनाई जा रही है तो वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के चंदौली जनपद में स्थित मुगलसराय के महमूदपुर नई बस्ती इलाके में विगत कई सालों से परिवार सहित निवास कर रहे बांग्लादेशियों के संबंध में आज तक कोई भी कार्यवाही जिला प्रशासन व मामले की जांच कर रही एटीएस की ओर से नहीं की गई।
वहीं सूत्र बताते है कि शिकायतकर्ता के द्वारा इन बांग्लादेशियों का संबंध सोशल मीडिया के मध्यम से पाकिस्तान की आईएसआई के लोगों से होने का प्रमाण भी जांच एजेंसियो को उपलब्ध कराया गया है, जिसके बावजूद कोई कार्यवाही न किया जाना जांच एजेंसियो व जिला प्रशासन के कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है।
चंदौली प्रशासन बंग्लादेशियों पर इतनी मेहरबान क्यों ? - देश में पूर्व में कई ऐसे आतंकी घटनायें घटित हो चुकी है, जिसे सोचने मात्र से ही दिल दहल उठता है और इन आतंकी घटनाओं में ना जाने कितने लोग अपनी जान भी गवां चुके है।
इन सबके बीच जहां प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के द्वारा अपराध व अपराधियों पर लगाम कसने के लिये जीरो टालरेन्स की बात कही जाती है, और बुल्डोजर की कार्यवाही की जा रही है तो वहीं उन्हीं के मातहत कुछ मामलों में लापरवाही भी बरतते नजर आ रहे है। ऐसा ही एक वाक्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सटे जनपद चंदौली के मुगलसराय में देखने को मिल रहा है।
सूत्रों के अनुसार, जहां मुगलसराय थाना क्षेत्र में विगत कई वर्षो से बंग्लादेशी घुसपैठीये अपना पांव पसारे हुए है। जिससे पाकिस्तान के आई०एस०आई० से भी इन लोगों के सम्बन्ध होने की बात बतायी जा रही है। वहीं इन सबके सम्बन्ध में बताया जाता है कि इसी क्षेत्र के कुछ लोगों के द्वारा इनके बंग्लादेशी होने व पाकिस्तान के आई०एस०आई० से सम्बन्ध होने की शिकायत भी जनपद के उच्चाधिकारियों से की गयी।
जिसकी जांच पुलिस विभाग और अन्य जांच एजेंसियों से करायी जा रही है, परन्तु यहां एक बात यह भी सोचनीय है कि बताया जाता है कि लगभग एक या डेढ़ साल से इन घुसपैठियों की जांच पुलिस और जांच एजेंसियों के द्वारा की जा रही है, परन्तु अभी तक कोई भी कार्यवाही अमल में नहीं लायी जा सकी।
वहीं दूसरी ओर बताया जाता है कि ये घुसपैठिये भारी मात्रा में अवैध धन भी अपने पास रखे हुये है, जिसके दम पर ये लोग किसी को भी खरीदने की क्षमता रखते है, अब यहां सवाल यह है कि क्या इसी अवैध धन के बल पर सिर्फ जांच के नाम पर मामले को टरकाया जा रहा है और कोई भी कार्यवाही अमल में नहीं लायी जा रही है।
वहीं सूत्र बताते है कि इन लोगों के द्वारा धनबल के बल पर काफी जमीनों आदि पर कब्जा करने के साथ ही प्रशासन के लोगों व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को भी अपने कब्जे में कर लिया गया है जिसके बल पर ये लोग हर वो अनर्गल कार्य करते है, जिसे करने की अनुमति हमारे देश का कानून नहीं देता। वहीं अगर बात की जाये तो अभी बीते एक या दो दिन पूर्व गुजरात एटीएस के द्वारा ऐसे ही घुसपैठियों पर कार्यवाही की गयी जिनका सम्बन्ध पाकिस्तान के आई०एस०आई० से रहा है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या चंदौली जिला प्रशासन पूर्व में वाराणसी या अन्य जगहों पर हुये आतंकी घटनाओं की तरह ही चंदौली में किसी आतंकी घटना का इन्तजार कर रही है, कि घटनायें हो और फिर चंदौली जिला प्रशासन इस पर कार्यवाही करने के लिये आगे आये। आखिर इन बंग्लादेशियों पर चंदौली प्रशासन इतनी मेहरबान क्यों है ?
जानिये बांग्लादेशियों का गोरखपुर कनेक्शन - इन सबके बीच जहां प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के द्वारा अपराध व अपराधियों पर लगाम कसने के लिये जीरो टालरेन्स की बात कही जाती है, और बुल्डोजर की कार्यवाही की जा रही है तो वहीं उन्हीं के मातहत कुछ मामलों में लापरवाही भी बरतते नजर आ रहे है।
वहीं बताया जाता है कि इन बंग्लादेशी परिवार के लोगों ने अपने एक पुत्री का विवाह भी पाकिस्तान में कर रखा है, जहां पर पाकिस्तान से संदिग्ध लोगों का आना जाना भी इनके यहां लगा रहता है। जिससे पाकिस्तान के आईएसआई से भी इन लोगों के सम्बन्ध होने की बात बतायी जा रही है।
वहीं इन सबके सम्बन्ध में बताया जाता है कि इसी क्षेत्र के कुछ लोगों के द्वारा इनके बंग्लादेशी होने व पाकिस्तान के आईएसआई से सम्बन्ध होने की शिकायत भी जनपद के उच्चाधिकारियों से की गयी, जिसकी जांच पुलिस विभाग और अन्य जांच एजेंसियों से करायी जा रही है, परन्तु यहां एक बात यह भी सोचनीय है कि बताया जाता है कि लगभग एक या डेढ़ साल से इन घुसपैठियों की जांच पुलिस और जांच एजेंसियों के द्वारा की जा रही है, परन्तु अभी तक कोई भी कार्यवाही अमल में नहीं लायी जा सकी।
वहीं दूसरी ओर सूत्र बताते है कि इसी परिवार का एक सदस्य प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र गोरखपुर में निवास कर रहा है, और गोरखुपर के बख्शीपुर थाना कोतवाली अन्तर्गत एमजीएस टेलीकाॅम अथोराइज्ड सर्विस सेन्टर नामक फर्म का संचालक है, और जिसके द्वारा गोरखपुर के तमाम पुलिस बूथ और पुलिस चैकियों के माध्यम से अपने फर्म का प्रचार प्रसार करता है, साथ ही अपने चार पहिया वाहन पर पुलिस का मोनोग्राम लगाकर चलता है और साधारण लोगों पर अपना रौब दिखाता है।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि गोरखपुर प्रशासन इस पर कोई कार्यवाही नहीं करती, जबकि ये सर्विस सेन्टर संचालक न तो खुद पुलिस विभाग में है और ना ही इनके परिवार का कोई सदस्य ही पुलिस विभाग से ताल्लुक रखता है। जबकि माननीय न्यायालय सहित शासन की ओर से भी दिशा निर्देश दिये गये है कि कोई भी व्यक्ति चाहे वो विभागीय हो या आम नागरिक अपने वाहनों पर पुलिस आदि लिखकर नहीं चल सकता।
बताते चले कि वाराणसी के वर्तमान अपर पुलिस आयुक्त व चंदौली जनपद के पूर्व पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के द्वारा इसी जनपद चंदौली में अवैध तरीके से निवास कर रहे बांग्लादेशियों पर कार्यवाही करते हुये कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था और साथ ही हाईस्कूल के फर्जी प्रमाण पत्र, अंक पत्र व मतदाता पहचान पत्र को भी बरामद करने का कार्य किया गया था, परन्तु अब ऐसा प्रतीत होता है कि चंदौली प्रशासन को सूचना मिलने के बाद सिर्फ जांच प्रक्रिया की ही कार्यवाही की जा रही है, और मूल कार्यवाही के नाम पर सब कुछ शून्य के बराबर नजर आ रहा है।
फिलहाल तफ्तीश जारी है।