Chinese Manjha In Varanasi: वाराणसी पुलिस की नाक के नीचे कातिल चाइनिज मांझे का भण्डार
Chinese Manjha In Varanasi: प्रति वर्ष मकर संक्रान्ति का त्योहार आते ही जनपद की पुलिस कातिल चाइनिज मांझे की बिक्री पर रोक लगाने के लिये कमर कसकर तैयार हो जाती है। तो वहीं पुलिस की इतनी मुस्तैदी के बाद भी चाइनीज मांझे की बिक्री जोर शोर से होती है, साथ ही इस कातिल चाइनीज मांझे के कारण होने वाले दुर्घटनाओं में भी वृद्धि होती है।
इतना ही नहीं इस मांझे के कारण ना जाने कितने लोगों ने अपनी जान तक गंवा दी है। वहीं यदि बात करें तो वाराणसी जनपद के खासकर चौक और सिगरा थाना क्षेत्र में आने वाले दालमण्डी, गुड्डी गली, छत्तातले, लल्लापुरा, सोनिया आदि इलाकों में लाखों, करोड़ों का व्यापार इस पतंग व मांझे का होता है।
वहीं इस वर्ष भी चौक और सिगरा थाना क्षेत्र में आने वाले दालमण्डी, गुड्डी गली, छत्तातले, लल्लापुरा, सोनिया आदि इलाकों में पतंग कारोबारियों के यहां चाइनीज मांझे की बड़ी भरमार हो रखी है और ऐसा लगता है कि क्षेत्रीय थाने की पुलिस इससे अनजान है।
क्या पुलिस विभाग का खुफिया तंत्र फेल हो चुका है या फिर सब कुछ जानते हुये भी क्षेत्रीय थाने की पुलिस और खुफिया तंत्र इस पर अपनी आंखों को बन्द किये हुये है। यदि सूत्रों की बातों पर यकीन करें तो चौक थाना क्षेत्र के छत्तातले, दालमण्डी, गुड्डी गली इलाकों के पतंग कारोबारियों के यहां भारी मात्रा में चाइनीज मांझा उपलब्ध है और उसकी बिक्री भी चोरी छिपे बदस्तूर जारी है।
वहीं सूत्रों का तो यह भी कहना है कि उक्त पतंग कारोबारियों के द्वारा कहा जाता है कि थाने से सेटिंग करके वह इस चाइनीज मांझे की बिक्री कर रहे है। यदि सूत्रों की इन बातों पर यकीन करें तो अभी ना जाने और कितने लोग होंगे जो इस कातिल चाइनीज मांझे के कारण काल के गाल में समायेंगे फिलहाल यह तो भविष्य के गर्भ में है।
वहीं बताते चले कि वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन के द्वारा चाइनीज मांझे पर रोक लगाने के सख्त निर्देश मातहतों को दिये गये है। जिसमें बीते शनिवार को दशाश्वमेध थाने की पुलिस के द्वारा भारी मात्रा में कातिल चाइनीज मांझे के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जो काबिले तारीफ है।
वहीं दूसरी ओर यदि देखा जाये तो चौक थाना क्षेत्र में आने वाले इन इलाकों छत्तातले, दालमण्डी, गुड्डी गली में भारी मात्रा में कातिल चाइनीज मांझे का भण्डार हो रखा है जिससे चौक थाने की पुलिस अनजान है। यह बात सोच से परे है।