Embarrassing:सरकारी छात्रावास की टंकी पर लगाया पोस्टर; लिखा- अनुसूचित जाति की छात्राएं पूछकर ही लें पानी
Embarrassing: शाहजहांपुर के एसएस कॉलेज के राजकीय अनुसूचित जाति बालिका छात्रावास में रहने वाली छात्राओं ने उच्च जाति की छात्राओं पर परेशान करने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि उनके साथ पानी पीने पर रोक-टोक की जा रही है।
उच्च जाति की छात्राओं ने पानी की टंकी पर पोस्टर चस्पा कर दिया है, जिस पर लिखा है कि अनुसूचित जाति की छात्राएं पूछकर ही पानी लें। शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। एसएस कॉलेज के पास ही अनुसूचित जाति बालिका छात्रावास है।
इस छात्रावास में सभी वर्गों की आर्थिक रूप से कमजोर छात्राएं रहती हैं। छात्रावास रहने वाली अनुसूचित जाति की छात्राओं ने सोमवार को चौक कोतवाली में तहरीर देकर आरोप लगाया कि सामान्य और ओबीसी जाति की लड़कियां उन्हें परेशान कर रही हैं। उनकी जाति के साथ ही को लेकर टिप्पणी करती हैं। उन्होंने डॉ. बीआर आंबेडकर की तस्वीर तक का अपमान किया।
तहरीर मिलने पर पुलिस ने की जांच - उन्होंने बताया कि उच्च जाति की छात्राओं ने पानी की टंकी पर पोस्टर चस्पा कर दिया, जिस पर लिखा है कि पानी उनसे पूछकर लें। तहरीर मिलने के बाद मंगलवार को चौक कोतवाली इंस्पेक्टर केबी सिंह ने छात्रावास में जाकर जांच की। इंस्पेक्टर ने बताया कि इस मामले में उन्होंने छात्राओं से बात की लेकिन किसी ने कोई शिकायत नहीं की।
वहीं भीम आर्मी के मंडल संगठन सचिव सोनू रावत ने बताया कि छात्राओं ने उन्हें लिखित में प्रार्थना पत्र दिया था। छात्राओं के बयान भी उन्होंने लिए थे। छात्राओं को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन किया जाएगा। सीडीओ एसबी सिंह का कहना है कि ऐसा कोई भी मामला हमारी जानकारी में नहीं है। शिकायत आने पर जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
उप प्राचार्य ने यह कहा - एसएस कॉलेज के उप प्राचार्य अनुराग अग्रवाल ने बताया कि हॉस्टल से कॉलेज का कोई संबंध नहीं है। उसका संचालन समाज कल्याण करता है। यह सिर्फ कॉलेज की जमीन पर बना है। छात्राओं को कॉलेज से नहीं, बल्कि अफसरों से शिकायत है। सीओ सिटी बीएस वीर कुमार ने बताया कि मामले की हमें जानकारी नहीं है। चौक इंस्पेक्टर ने भी ऐसी कोई तहरीर आने के बारे में नहीं बताया है।