Gorakhnath Temple: अब श्रावस्ती पुलिस बताएगी कि पांचों फरियादी हैं या अपराधी ?
![Gorakhnath Temple: Now Shravasti police will tell whether all five are complainants or criminals?](https://www.bmbreakingnews.com/static/c1e/client/99149/uploaded/c31c304431f9c8b466489984da1329bb.jpeg?width=963&height=520&resizemode=4)
Gorakhnath Temple: गोरखपुर जिले में गोरखनाथ मंदिर मुख्य द्वार पर स्कार्पियों के डैश बोर्ड से दो कारतूस मिलने के बाद पकड़े गए पांच संदिग्धों के बारे में पुलिस गहनता से छानबीन कर रही है। गोरखपुर पुलिस, श्रावस्ती की पुलिस से संपर्क कर उनके बताए गए पते और दिए गए बयान का सत्यापन करा रही है।
खबर है कि पुलिस, श्रावस्ती में हुए भाजपा नेता की हत्या और उसमें अब तक हुई कार्रवाई की जानकारी भी जुटा रही है ताकि यह पता चल सके कि पकड़े गए लोग जनता दर्शन में फरियाद के लिए ही आए थे या फिर उनकी मंशा कुछ और थी।
गोरखनाथ मंदिर से ही 14 जुलाई की शाम को चेकिंग के दौरान पुलिस ने बिहार के सुबोध नाम के व्यापारी को तमंचा के साथ पकड़ा था। जांच में बैग से तमंचा मिलने के बाद पुलिस ने गहनता से जांच की तो सामने आया था कि उसने एक लावारिस बैग को उठा लिया था।
बिहार पुलिस की जांच में उसकी साफ-सुथरी छवि सामने आई थी, मगर तमंचा मिलने की वजह से आर्म्स एक्ट में चालान किया गया। अब फिर कार से गोली मिली है। इन दो घटनाओं से पुलिस की सतर्कता तो सामने आई है, लेकिन लगातार हो रही इन घटनाओं ने पुलिस अफसरों को चिंता में डाल दिया है।
पहली घटना में सीएम दूसरे दिन आने वाले थे और सोमवार की घटना के दिन सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर में मौजूद थे। पुलिस इस बिंदु पर भी पड़ताल कर रही है। दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर लगातार खुफिया सूचना रहती है कि वह आतंकियों के निशाने पर हैं।
पूर्व में गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर गोरखपुर के रहने वाला मुर्तुजा अब्बासी हमला भी कर चुका है। इस वजह से पुलिस मामले को गंभीरता से ले रही है। पूरे घटनाक्रम और पूछताछ की जानकारी डीजीपी कार्यालय को भी भेजी गई है।
फिलहाल पुलिस आरोपियों के दिए गए बयान के एक-एक बिंदु का सत्यापन कर रही है। वह कब आया, कहां-कहां गया और किस-किस से मिला, इन सभी बिंदुओं की पुलिस गहनता से पड़ताल कर रही है। मुर्तुजा ने 30 जनवरी 2023 को गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पीएसी जवान अनिल कुमार पासवान और अन्य लोगों पर बांके से हमला कर सनसनी फैला दी थी।
बाद में जांच में पाया गया कि गोरखपुर के डॉक्टर परिवार से ताल्लुक रखने वाला मुर्तुजा बड़ी घटना की फिराक में था और वह आईएसआई से प्रभावित था। जांच के आधार पर उसे आतंकी साबित करते हुए फांसी की सजा सुनाई गई है। फिलहाल वह जेल में बंद है।