Gorakhpur News: झांसा देकर ठगों ने रिटायर जज से ठग लिये 10 लाख रुपये

 
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गोरखपुर में पिछले कुछ दिनों में साइबर फ्रॉड के नए मामले सामने आए हैं। झांसे में आकर लोग इन ठगों को रुपये भी भेज देते। 

Gorakhpur News: जालसाजों के निशाने पर बुजुर्ग या रिटायर्ड लोग ज्यादा हैं। सिविल लाइन्स के रहने वाले रिटायर्ड जज को झांसे में लेकर जालसाज ने 10 लाख रुपये की ठगी की है। कई और भी मामले सामने आने के बाद पुलिस भी सोशल मीडिया की मदद से लोगों को जागरूक कर रही है।

साइबर थाने में रोजाना दो से तीन ऐसी शिकायतें आ रही हैं। साइबर थाने के एसआई उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इन दिनों जालसाज ऐसे लोगों जिनके घर का सदस्य बाहर नौकरी करता है या किसी काम से बाहर गया हुआ है, उनके बुजुर्ग अभिभावक या महिला को कॉल कर झांसे में ले रहे हैं।

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साइबर थाने के एसआई उपेंद्र ने बताया कि जालसाज इंटरनेट कॉल कर रहे हैं, जिनके नंबर की शुरूआत +4845 से होती है। ऐसी कॉल या कोई भी अंजान कॉलर की बातों में लोगों को आने की जरूरत नहीं है। ऐसी कॉल की सूचना साइबर थाने पर दे सकते हैं। 

सिविल लाइन इलाके में रहने वाले रिटायर्ड जज का लड़का दिल्ली में जॉब करता है। उनके पास कॉल आई, कॉलर ने बोला कि उनके बेटे को दुष्कर्म के केस में पकड़ लिया है और एनकाउंटर करने जा रहा हूं। अगर जान बचानी है तो पैसे भेजो।

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रिटायर्ड जज ने जब बेटे को कॉल की तो उसका फोन भी नहीं लगा। तब बेटे को बचाने के लिए रिटायर्ड जज ने दस लाख रुपये कॉलर के खाते में भेज दिए। बाद में पता चला कि उनके साथ जालसाजी हुई है। साइबर थाने में उनकी शिकायत दर्ज की गई है।

शाहपुर के राप्तीनगर निवासी 84 वर्षीय वीरेंद्र सिंह के पास कॉल आई कि उनका बेटा दुष्कर्म के केस में सदर थाना गोरखपुर में पकड़ा गया है। उसका एनकांउटर होने जा रहा है। पैसे भेजो नहीं तो शाम तक बेटे की जान चली जाएगी।

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घबराए वीरेंद्र के पास पैसे कम थे और उन्होंने अपने जानने वाले कई लोगों को फोन कर दिया और फिर बेटे से बात हो गई, इसलिए उनके साथ जालसाजी होने से बच गई। सहजनवा निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग का लड़का नोएडा मे काम करता है।

उन्हें भी कॉलर ने कॉल कर बेटे के एक्सीडेंट होने की सूचना दी। जिसके बाद उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया, उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा। उन्होंने कुछ रुपये भेजे थे, लेकिन तबीयत ख़राब होने की वजह से उनसे रकम के बारे में नहीं पूछा गया। परिवार के लोगों ने साइबर थाने में इसकी शिकायत की है।

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