Madhya Pradesh: सतपुड़ा भवन में जल गई 12,000 फाइलें! कमलनाथ बोले- ये आग लगी है या लगाई गई?
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Madhya Pradesh: भोपाल के सतपुड़ा भवन में सोमवार को लगी भीषण आग पर काबू पा लिया गया है। हालांकि, पूरे मामले को लेकर रातभर भोपाल से लेकर दिल्ली तक हलचल रही। दावा किया जा रहा है कि सतपुड़ा भवन की भीषण आग में 12,000 फाइलें और 25 करोड़ का फर्नीचर स्वाहा हो गई हैं।
इसको लेकर राजनीति भी शुरू हो गई हैं। हालांकि, इससे पहले भी 2013 और 2018 में इसी भवन में आग लगी थी। यही कारण है कि पूरे मामले पर विपक्ष शिवराज सिंह चौहान की सरकार पर हमलवार है।
कमलानाथ का सवाल - मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख और पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा है कि यह भ्रष्टाचार का एक और उदाहरण है। ये आग लगी या आग लगी गई? वही वह सवाल है। अब तक, उन्होंने कहा है कि आग में 12,000 फाइलें नष्ट हो गईं। लेकिन वास्तव में कितनी फाइलें नष्ट हुईं? मकसद क्या था? उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला है और इसकी जांच एक स्वतंत्र एजेंसी से होनी चाहिए।
कांग्रेस ने ट्वीट कर सरकार पर फाइले जलाने का आकोप लगाया। अपने ट्वीट में कांग्रेस ने लिखा कि शिव’राज ने जलाये घोटालों के सबूत, — सरकार के भवन में 12000 फ़ाइलें जलकर ख़ाक, शिवराज सरकार का अंत निश्चित; शिवराज जी, एक दफ्तर जलाने से कुछ नहीं होगा, आपके घोटालों के सबूत गाँव-गाँव और घर घर तक पहुँच रहे हैं। 50% कमीशन बाज़ी, अंत दिखा तो आग लगा दी।
मुख्यमंत्री की नजर - मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्थिति पर नजर रखी और केंद्र सरकार तथा सेना की एक टीम के साथ-साथ कई अन्य एजेंसियों की मदद से आग पर काबू पाया गया। राज्य सरकार ने आग लगने के संभावित कारणों की जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति गठित की है।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने कहा कि समिति में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राजेश राजोरा, प्रधान सचिव (शहरी प्रशासन) नीरज मंडलोई , प्रधान सचिव (लोक निर्माण विभाग) सुखबीर सिंह और अतिरिक्त महानिदेशक (अग्नि)शामिल हैं। इस बीच, अरेरा हिल्स थाना प्रभारी आर के सिंह ने कहा कि आग ने इमारत के अंदर स्थित आदिवासी कल्याण और स्वास्थ्य विभाग के फर्नीचर और दस्तावेजों को अपनी चपेट में ले लिया।
कड़ी मशक्कत से बाद बुझी आग - इस भवन में मध्य प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के कार्यालय हैं। अधिकारी ने कहा कि आग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है क्योंकि आग फैलने से पहले लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था। प्रभावित सभी मंजिलों में आग पर काबू पा लिया गया है।
केंद्र सरकार तथा सेना की एक टीम के साथ-साथ कई अन्य एजेंसियों की मदद से आग पर काबू पाया गया। आग इमारत की तीसरी मंजिल पर सोमवार शाम करीब चार बजे लगी और छठी मंजिल तक फैल गई।
प्रदेश सरकार के विभिन्न कार्यालयों वाले इस भवन में लगी आग को बुझाने के लिए सेना, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और तेल कंपनियों, बीएचईएल तथा आसपास के इलाकों से दमकल व पानी के टैंकरों को लगाया गया। एक अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह को आग के बारे में अवगत कराया और इसे बुझाने में सहायता मांगी।