मामी भांजे के इश्क में मामा को गंवानी पड़ी जान
मामा को रास्ता से हटाने के लिए दी 3.5 लाख की सुपारी

झारखंड के पलामू में एक चौंकाने वाली खबर आई है। एक भांजे को अपनी मामी से इश्क हो गया। इसके बाद उसने मामा को रास्ते से हटाने के लिए अपराधियों को साढ़े तीन लाख की सुपारी दी। मामी और भांजा सहित तीन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पलामू। पलामू पुलिस ने पिछले 17 अगस्त की रात एक पाराडाइज टेलर के मालिक तौहीद पर हुए जानलेवा हमले का फर्दाफाश कर दिया है।
दरअसल अपनी सगी मामी के प्यार में अंधा होक कर भांजा इरशाद ने अपने एक दोस्त आरजू के साथ मिलकर मामा तौहिद आलम को रास्ते से हटाने के लिए 3.5 लाख की सुपारी मंजर व जुम्मन को दी थी।
यह जानकारी पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने गुरुवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी है।
काफी दिनों से मामी और भांजा में प्रेम प्रसंग
बताया कि गुप्त सूचना व तकनीकी साक्ष्य के आलाेक में मुस्लिम नगर निवासी मामी गौसीया परवीन, मो. इरशाद व आरजू को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं फरार शूटर मंजर व जुम्मन की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे है। एसपी ने बताया कि इरशाद को उसकी सगी मामली से पिछले काफी दिनों से इश्क चल रहा था।
इसकी भनक मामा तौहीद आलम का लग गई थी। मामा के दुकान चले जाने के बाद भगना मामी के घर में चला जाता था।
इस बात को लेकर टेलर मास्टर ने अपनी पत्नी को टार्चर करने लगा। इस बीच एक दिन उसने भांजे को भी घर नहीं आने की चेतावनी दे थी।
इससे आहत इरशाद ने अपनी मामी सहित दोस्त आरजू, मंजर व जुम्मन के साथ मिलकर मामा को रास्ते थे हटाने की योजना बना ली।
चार किस्तों में मंजर व जुम्मन को दी सुपारी
इसके लिए तीन चार किस्तों में मंजर व जुम्मन को सुपारी की राशि भी अदा कर दी थी। इस बीच पैसा देने के सात-आठ माह गुजर जाने के बाद तौही द को रास्ता से हटाने के लिए दवाब बनाया जाने लगा।
इसके बाद 17 अगस्त की रात दुकान में ही जुम्मन व मंजर ने तौहीद पर हत्या की योजना से गोली चलाकर फरार हो गए।
लेकिन किस्मत से गोली टेलर मास्टर के कंधे में लगने से उसकी जान बच गई। पुलिस अब सुपारी लेने वालों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। वहीं हमले में प्रयुक्त हथियार बरामद नहीं किया गया है।