Mission Shakti Phase 5.0: मिशन शक्ति के तहत महिला अपराध के प्रकरणों का कराया जा रहा है निस्तारण
Mission Shakti Phase 5.0: वाराणसी। उ.प्र. शासन की मंशा के अनुरुप व पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल व ममता रानी अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध के कुशल पर्यवेक्षण में मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण की दृष्टि से कमिश्नरेट वाराणसी के अन्तर्गत मुख्यालय कार्यालय एवं थानों पर आने वाले समस्त महिला अपराध के अतिसंवेदनशील एवं गम्भीर प्रकरणों में प्रतिदिन जनसुनवाई के माध्यम से अभियुक्तों की गिरफ्तारी, अपहृताओं की बरामदगी एवं लम्बित विवेचनाओं के त्वरित एवं विधिक निस्तारण की कार्यवाही की जा रही है।
वहीं कमिश्नरेट वाराणसी के समस्त थानों के महिला हेल्प डेस्क पर महिला अपराध सम्बन्धी कुल 2081 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिसमें 1088 प्रार्थना पत्रों में सुलह समझौता के माध्यम से निस्तारण कराया गया तथा 386 प्रार्थना पत्रों पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराया गया समस्त थानों पर जनसुनवाई के माध्यम से महिला अपराध सम्बन्धी कुल 2181 प्रार्थना पत्र हुए। जिसमें 2063 प्रकरणों का निस्तारण कराया जा चुका है तथा शेष 118 प्रार्थना पत्र की जाँच कर नियमानुसार विधिक कार्यवाही की प्रक्रिया प्रचलित है।
महिला सुरक्षा हेतु गठित विशेष दल द्वारा 3779 स्कूल, सार्वजनिक स्थल पर कुल 7794 संदिग्ध व्यक्तियों को चेक किया गया। जिसमें से 421 व्यक्तियों को चेतावनी देकर छोडा गया, 02 व्यक्तियों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की गयी तथा 736 व्यक्तियों के विरुद्ध पुलिस एक्ट के तहत कार्यवाही की गयी।
मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत महिला आरक्षियों द्वारा कमिश्नरेट वाराणसी के सभी थानों के शिक्षण संस्थानों, पार्कों, चैराहों, भीड़- भाड़ वाले स्थानों आदि पर जागरुकता अभियान चलाया गया। जिसमें वूमेन पावर लाइन 1090, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076, महिला हेल्पलाइन 181 आदि हेल्प लाइन नम्बरों के बारे में जानकारी देते हुए महिलाओं व बालिकाओं को जागरुक किया गया।
महिलाओं के विरुद्ध घटित अपराधों के सम्बन्ध में पंजीकृत अभियोगों में कमिश्नरेट वाराणसी के समस्त थानों पर पाक्सो एक्ट के अन्तर्गत कुल 88 अभियोग पंजीकृत हुए, जिसमें से 69 अभियोगों में अभियुक्तगण की गिरफ्तारी कर कुल 73 अभियोगों का सफलतापूर्वक निस्तारण कराया जा चुका है।
अपहरण के कुल 388 अभियोग पंजीकृत हुए, जिसमें 312 अपहृताओं की बरामदगी करते हुए कुल 312 अभियोगों का सफलतापूर्वक विधिक निस्तारण कराया गया। बलात्कार के कुल 89 अभियोग पंजीकृत हुए जिसमें 73 अभियोगों में अभियुक्तगण की गिरफ्तारी करते हुए सफलतापूर्वक विधिक निस्तारण कराया गया।
दहेज उत्पीड़न के कुल 502 अभियोग पंजीकृत हुए, जिसमें 379 अभियोगों में अभियुक्तगण की गिरफ्तारी करते हुए सफलतापूर्वक विवेचना का निस्तारण कराया गया। दहेज हत्या 20 अभियोग पंजीकृत हुए, जिसमें 18 अभियोगों में अभियुक्तगण की गिरफ्तारी कर कुल 19 अभियोगों का सफलतापूर्वक विधिक निस्तारण कराया जा चुका है।