Moradabad Crime News: गैंग्स ऑफ वासेपुर की तर्ज पर हुआ प्रिंसिपल हत्याकांड, जानिये पूरी कहानी
Moradabad Crime News: मुरादाबाद के एक स्कूल के वाइस प्रिंसिपल शबाबुल आलम के दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने के कारणों और हत्यारों को लेकर पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस खूनी खेल के पीछे एक महिला और उसके दो बेटे शामिल हैं। बता दें कि यह पूरी घटना मंगलवार सुबह की है।
पुलिस ने बताया कि छोटे भाई की मौत का बदला लेने के लिए दो भाइयों ने श्री साईं विद्या मंदिर स्कूल के वाइस प्रिंसिपल शबाबुल आलम को गोली से उड़ाया। इसमें इनकी मां की भी भूमिका समाने आई है। मां के ही उकसाने पर दोनों बेटों ने ऐसा किया। मां ने कहा था छोटे भाई की आत्महत्या का बदलना नहीं लोगे क्या? इसके बाद ही पूरी प्लानिंग के साथ इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया।
आरोपियों के छोटे भाई प्रिंस ने 15 फरवरी को आत्महत्या कर ली थी। शबाबुल आलम पर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगा था। प्रिंसिपल को गोली मारने के लिए दोनों भाई बाइक पर सवार होकर गए थे। गोली मारने के बाद दोनों भाग जाते हैं। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाती है।
मुरादाबाद से सटे लाकड़ी फाजलपुर गांव की मुख्य सड़क पर मंगलवाल सुबह लोगों का आवागमन कम था। यहां की कुछ ही दुकानें खुली थीं, जबकि अधिकांश दुकानों के शटर बंद थे। बीच गांव में मंदिर के पास चौराहे पर बाइक सवार दो युवक एक घंटे से किसी का इंतजार कर रहे थे। एक युवक ने हेलमेट पहन रखा था, जबकि दूसरे युवक ने अपने मुंह पर कपड़ा बांधे हुए था। दोनों युवक कभी आगे जाते तो कभी पीछे जाते। इसके बाद दोनों वहीं आकर रुक जाते थे।
इसी दौरान वाइस प्रिंसिपल शबाबुल आलम अपने घर से निकल कर गली से होते हुए गांव की मुख्य सड़क पर आ गए। शबाबुल आलम को देखकर चौराहे पर एक घंटे से खड़े दोनों युवकों ने अपनी बाइक स्टार्ट की। शबाबुल आलम श्री साईं विद्या मंदिर स्कूल की ओर बढ़ रहे थे, जबकि उनका छोटा भाई रियाजुद्दीन रास्ते में रुक गया और एक व्यक्ति से बातचीत करने लगा।
शबाबुल भूप सिंह के मकान के सामने से गुजरने लगे। इसी दौरान आदित्य और शिवम बाइक लेकर आ गए। बाइक पर पीछे बैठे शिवम ने अपनी अंटी से तमंचा निकाला और पास आकर शबाबुल की दाहिनी कनपटी के पास गोली मार दी। गोली लगने से शबाबुल सड़क पर गिर गए। फायरिंग की आवाज सुनकर भाई रियाजुद्दीन ने देखा कि उनके भाई सड़क पर गिर गए हैं।
वहीं वारदात के बाद हत्यारोपी बाइक दौड़ाकर भाग गए। कुछ ही देर में मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। स्कूल स्टाफ और छात्र-छात्राएं भी वहां पहुंच गए। शबाबुल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर जांच पड़ताल की। आस पड़ोस की फुटेज खंगाली, जिससे पला चला कि हत्यारोपी एक घंटे से चौराहे पर खड़े थे।
पुलिस ने लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि हत्यारोपी कई दिन से बाइक से रेकी कर रहे थे। सोमवार को भी दोनों भाइयों को लाकड़ी फाजलपुर में देखा गया था। दिनदहाड़े लाकड़ी फाजलपुर में हुई इस वारदात से लोग सहम गए। घटनास्थल के पास दो निजी और एक सरकारी स्कूल हैं। घटना की जानकारी मिलने पर सभी स्कूल से बच्चे बाहर निकल आए।
उन्होंने घटनास्थल पर वाइस प्रिंसिपल को लहूलुहान हालत में पड़ा देखा तो चीख पुकार मचाने लगे। घटना की जानकारी मिलने पर अभिभावक आ गए और वह अपने-अपने बच्चों को घर ले गए। रियाजुद्दीन ने पुलिस को बताया कि आरोपी शिवम राघव और आदित्य राघव ने उनके भाई की हत्या करने की धमकी दी थी। आरोपी रास्ते में घेरकर कई बार उन्हें धमका चुके थे। इस मामले की शिकायत पुलिस से की गई थी, लेकिन पुलिस ने धमकियों को गंभीरता से नहीं लिया। शबाबुल आलम की मां और बहनों ने भी आरोपियों की मां कविता पर धमकाने का आरोप लगाया है।
कविता अपने परिवार के साथ मझोला क्षेत्र में ही आफत नगरी नया गांव में किराये के मकान में रहती है। कविता और उसका बड़ा बेटा शिवम फैक्टरी में काम करते हैं, जबकि दूसरे नंबर का आदित्य शहर के एक इंटर कॉलेज में पढ़ता है। पुलिस की जांच पड़ताल में पता चला कि कविता और शिवम सोमवार को फैक्टरी नहीं गए, जबकि आदित्य ने भी सोमवार को छुट्टी मारी थी।
इससे साफ पता चला कि मां-बेटे पहले से इस हत्याकांड को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। पुलिस के हाथ लगी फुटेज से पता चला कि आदित्य बाइक चला रहा था, जबकि शिवम ने शबाबुल को गोली मारी थी। इसके बाद ही आरोपी मौके से भागे थे। शिवम और आदित्य ने अपनी मां के साथ मिलकर इस हत्याकांड को पहले ही शातिराना अंदाज में अंजाम दिया है। हत्यारोपी जानते हैं कि मोबाइल का इस्तेमाल करेंगे तो वह पकड़े जाएंगे।
वाइस प्रिंसिपल की हत्या करने के बाद शिवम अपनी ससुराल पहुंचा और उसने अपना मोबाइल पत्नी को दे दिया था। इसके बाद ही दोनों भाई फरार हुए। लाकड़ी फाजलपुर में श्री साईं विद्या मंदिर स्कूल के वाइस प्रिंसिपल की हत्या करने वाले शिवम और उसके भाई आदित्य ने इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए कई दिन तक रेकी की। इसके बाद ही फरार हुए थे।
पुलिस ने कविता को हिरासत में लेकर पूछताछ की और आदित्य और शिवम के मोबाइल नंबर लिए। इन नंबरों के जरिए पुलिस मझोला पहुंच गई। पुलिस ने शिवम का मोबाइल एक महिला से बरामद किया। पूछताछ करने पर चला कि महिला शिवम की पत्नी और वह अपने मायके में रहती है। शिवम की पत्नी ने बताया कि आठ बजे के बाद दोनों भाई उसके पास आए थे। उन्होंने अपना मोबाइल मुझे दे दिया था।
इसके अलावा वह यह भी बताकर गए हैं कि वह कहीं जा रहे हैं, लेकिन उन्होंने इसके अलावा कोई जानकारी नहीं दी। मंगलवार की दोपहर शबाबुल आलम के शव का पोस्टमार्टम हुआ, जिसकी डिजिटल फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई। गोली का एंट्री और एग्जिट प्वाइंट देखने के लिए शव का एक्सरे भी कराया गया।
जिसे पता चला कि शबाबुल को दाहिनी कनपटी के पास तमंचा सटाकर गोली मारी गई थी। इसके बाद गोली बायें गाल के पास से निकल गई थी। मंगलवार शाम को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, गोली से भेजा उड़ गया था और हड्डियां टूट गईं थीं।