Rajasthan News: धड़ से अलग हुई मजदूर की गर्दन, पेड़ काटते समय उछलकर गिरी इलेक्ट्रिक कटर मशीन
Rajasthan News: राजस्थान के सीकर जिले के खाटूश्यामजी कस्बे में शुक्रवार सुबह पेड़ काटते समय एक मजदूर की इलेक्ट्रिक कटर मशीन से गर्दन कटने पर दर्दनाक मौत हो गई। हादसा नगर पालिका द्वारा वार्ड नम्बर 11 में बिजली ग्रिड के पीछे सार्वजनिक शौचालय के निर्माण के दौरान हुआ।
जहां नींव की खुदाई की जगह खड़े एक हरे पेड़ की डाली काटते समय मशीन मजदूर के हाथ से छूट गई। जो चालू हालत में ही उछलकर सीधे उसकी गर्दन पर पड़ी। हादसे में चौमूं पुरोहितान निवासी मजदूर रतनलाल बाजिया की गर्दन पूरी धड़ से अलग हो गई।
घटना के बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। जिन्होंने नगर पालिका के खिलाफ आक्रोश जताते हुए शव का पोस्टमार्टम करवाने से इन्कार कर दिया और मृतक के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग की। बाद में पुलिस ने समझाइश कर मामला शांत करवाया।
धड़ से अलग हुई गर्दन, खून से लथपथ हुआ पेड़ - मजदूर रतन लाल सुबह जल्दी ही पेड़ काटने पहुंच गया था। पेड़ पर चढकऱ डाली काटते समय लाइट जाने पर एकबारगी तो वह नीचे उतरकर चाय पीने चला गया। पर कुछ देर में ही लाइट आने पर वह फिर पेड़ पर चढकऱ डाल काटने लगा।
इसी दौरान चालू कटर मशीन हाथ से छूटकर बड़ी तेजी से उछलकर मजदूर के गर्दन पर लगी। जिसने एक झटके में ही गर्दन को धड़ से अलग कर दिया। इस दौरान उसकी गर्दन से खून के फव्वारे छूट पड़े। जिससे आधा पेड़ भी खून से सन गया।
नगर पालिका ने दिया ठेका, ठेकेदार ने पकड़ा मजदूर - जानकारी के अनुसार नगर पालिका ने बिजली ग्रिड के पीछे सार्वजनिक शौचालय निर्माण की निविदा जारी की थी। जिसका ठेका मिलने पर ठेकेदार ने नींव खुदाई वाले स्थान से पेड़ कटवाने के लिए रतनलाल को बुलाया था। जो कटर मशीन की चपेट में आ गया।
पांच बच्चों का पेट पाल रहा था मृतक - जानकारी के अनुसार मृतक रतनलाल पांच बच्चों का पिता था। उसके चार बेटियां व एक बेटी है। जिनमें सबसे बड़ा बेटा 17 साल का है। परिवार में रतनलाल अकेला ही कमाने वाला था। जो बड़ी मुश्किल से परिवार का पेट भर रहा था। हादसे के बाद परिवार पर मुसीबतों को पहाड़ टूट पड़ा है।
नहीं पहुंचे पालिका अधिकारी, ग्रामीणों ने जताया आक्रोश - घटना की सूचना पर ग्रामीण एकत्रित होकर पालिका के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। पर सूचना मिलने पर भी नगर पालिका का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इस पर गुस्साए ग्रामीणों ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाने से इन्कार कर दिया। बाद में पुलिस ने ग्रामीणों को समझाकर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा।