Rangbhari Ekadashi: सज रही बाबा के गौने की पालकी, इस दिन होगा ऐतिहासिक आयोजन

 
Rangbhari Ekadashi
Whatsapp Channel Join Now

टेढ़ीनीम स्थित पूर्व महंत के आवास पर लगभग 100 वर्षों से यह परंपरा चली आ रही हैं। पालकी की सजावट और साफ-सफाई शुरू हो गई है।

Rangbhari Ekadashi 2025: रंगभरी एकादशी पर बाबा विश्वनाथ, माता पार्वती के साथ प्रथमेश की चल प्रतिमा की पालकी यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। अब चौथी पीढ़ी की ओर से बाबा और मां गौरा के गौने के लिए राजसी वस्त्र और पालकी सजाई जा रही है।

इस यात्रा में होने वाली 100 साल पुरानी पालकी की सफाई और मरम्मत शुरू हो गई है। रंगभरी एकादशी 10 मार्च को मनाई जाएगी।  टेढ़ीनीम स्थित पूर्व महंत के आवास पर मंगलवार को बाबा की पारंपरिक पालकी की सफाई शुरू हो गई।

महंत आवास पर पालकी की मरम्मत और उसे सजाने संवारने का काम पप्पू कर रहे हैं। वहीं दशाश्वमेध में महादेव के राजसी वस्त्र विनोद मास्टर तैयार कर रहे हैं।  यह दायित्व निभाने वाले पप्पू और टेलर मास्टर विनोद अपने परिवार की तीसरी और चौथे पीढ़ी के सदस्य हैं।

रंगभरी एकादशी पर होने वाले चार दिवसीय लोकाचार की शुरुआत सात मार्च से गौरा के तेल-हल्दी से शुरू हो जाएगी। सात मार्च को माता गौरा की प्रतिमा के पूजन के बाद गौने की हल्दी होगी। बाबा विश्वनाथ की प्रतिमा को परंपरागत खादी से बनी राजसी पोशाक पहनाई जाएगी।

रंगभरी एकादशी पर रजत शिवाला श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में स्थापित कर सप्तर्षि आरती होगी। बाबा और गौरा के साथ प्रथमेश की पालकी काशीवासी विश्वनाथ मंदिर लेकर जाएंगे। 

Rangbhari Ekadashi

Rangbhari Ekadashi

Rangbhari Ekadashi

Rangbhari Ekadashi