Ravidas Jayanti: रविदास जयन्ती के मद्देनजर अधिकारियों ने की पीस कमेटी की मीटिंग

Ravidas Jayanti: वाराणसी। पुलिस आयुक्त कमिश्नेरट वाराणसी द्वारा वाराणसी में स्थित संत रविदास मन्दिर पर सन्त सिरोमणि गुरु रविदास जी की जयन्ती के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रम व शहर के विभिन्न मार्गों पर उपरोक्त कार्यक्रम के दृष्टिगत निकाले जाने वाले जूलूस/ शोभा यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
जिसके अनुपालन में अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था), एस चनप्पा की अध्यक्षता में व पुलिस उपायुक्त, जोन काशी, गौरव बंशवाल व अपर पुलिस उपायुक्त, काशी जोन, सरवन टी तथा अपर पुलिस आयुक्त (यातायात) राजेश पाण्डेय एवं सहायक पुलिस आयुक्त भेलूपुर, सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली प्रज्ञा पाठक की उपस्थिति में थाना लंका पर कार्यक्रम के आयोजकों/ संयोजकों की गोष्ठी आहूत की गयी।
जिसमें कार्यक्रम की रूपरेखा व प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी निकाले जाने वाले जूलूस/ शोभा यात्रा पर विस्तृत चर्चा की गयी। उपरोक्त गोष्ठी में शोभा यात्रा व कार्यक्रम को सम्पन्न कराने वाले करीब 100 आयोजक मौजूद रहे। कार्यक्रम को सकुशल सम्पन्न कराये जाने एवं महाकुम्भ के पलट-प्रवाह को दृष्टिगत रखते हुए सर्वसम्मति से निम्नांकित निर्णय लिए गए।
जिसमे मैदागिन से निकलने वाला जूलूस इस वर्ष जंगमबाड़ी से निकलेगा (शोभा यात्रा मैदागिन के बजाय जंगमबाड़ी से प्रारम्भ होगी) तथा विभिन्न मार्गों से निकलने वाले जूलूस को मैदागिन के बजाय जंगमबाड़ी से निकाला जाएगा, मैदागिन से मात्र सांकेतिक रूप से प्रतिमा/ फोटो के साथ जंगमबाड़ी पहुंचेंगे।
जूलूस के दौरान आने-जाने वाले तीर्थ-यात्रियों/ दर्शनार्थियों तथा मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए पुलिस के साथ-साथ जूलूस/ कार्यक्रम में लगे वालेण्टियर्स का सहयोग लिया जाएगा तथा कार्यक्रम व जूलूस में बजने वाले डीजे की आवाज को मरीजों व बुजुर्गों को ध्यान में रखते हुए नियंत्रित एवं न्यूनतम रखी रखा जाएगी।
सभी आयोजन-कर्ताओं द्वारा आपसी सहमति के साथ निर्णय लिया गया कि शोभा यात्रा/ जूलूस शाम 05.00 बजे प्रारम्भ होकर प्रत्येक दशा में रात्रि 10.00 बजे तक समाप्त हो जाएगा। जूलूस में प्रतिबन्धित पशुओं (जैसे हाथी, घोड़ा, ऊँट इत्यादि) को शामिल नही किया जाएगा।
जूलूस के निर्धारित रूट में किसी प्रकार का बदलाव न किया जाए तथा जूलूस में मात्र धार्मिक गाने ही बजाए जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि जूलूस/ शोभा यात्रा के दौरान किसी प्रकार के नशीले पदार्थ का सेवन नहीं करेंगे । यदि किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि पायी जाती है तो शरारती तत्वों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।