State News: Atique के भाई अशरफ को फिर किया जाएगा अदालत में पेश, उमेश पाल हत्याकांड में षड्यंत्र का है आरोप
State News: उमेश पाल हत्याकांड में षड्यंत्र रचने के आरोपित माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को शनिवार को प्रयागराज कोर्ट में पेश करने की योजना टल गई है। अशरफ की पेशी के लिए शुक्रवार दोपहर प्रयागराज पुलिस बरेली जिला जेल पहुंच गई।
टीम चाहती थी कि अशरफ को शाम को जेल से निकालकर प्रयागराज के लिए रवाना हो जाए मगर, ऐसा नहीं हो सका। अधिकारियों का कहना था कि कागजी प्रपत्र पूरे करने में देर हुई, इसलिए शनिवार सुबह रवाना करने की योजना बनी।
दूसरी ओर चर्चा रही कि सुरक्षा कारणों का हवाला देकर अशरफ ने रात में जेल से बाहर निकलने से मना कर दिया। इससे पहले अशरफ को उमेश पाल अपहरण के मुकदमे में 27 मार्च को प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया गया था।
जुलाई 2020 में प्रयागराज की नैनी जेल से शिफ्ट होने के बाद माफिया अतीक का भाई अशरफ ढाई वर्ष से बरेली जिला जेल में बंद है। 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल व दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या में उसे भी नामजद आरोपित बनाया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, उमेश पाल हत्याकांड में अशरफ की नामजदगी करने के बाद प्रयागराज पुलिस ने वारंट बी दाखिल किया था जिसमें आरोपित को कोर्ट में पेश करने की अनुमति मिली। इसी आधार पर वहां से दो इंस्पेक्टर समेत नौ पुलिसकर्मियों की टीम जिला जेल पहुंची थी। उसके प्रपत्र देखे गए तो पता चला कि कोर्ट में पेशी के आदेश की प्रतियां कुछ सबंधित अधिकारियों तक नहीं पहुंची हैं। इसके बाद तय हुआ कि शनिवार सुबह उसे जेल से प्रयागराज रवाना किया जाए।
अशरफ की पत्नी ने की CBI जांच की मांग
जिला जेल में बंद अशरफ के प्रयागराज जाने से पहले ही उसकी पत्नी जनाब फातिमा और बहन आयशा नूरी बरेली पहुंच गई। उन्होंने उमेश पाल हत्याकांड मामले में अशरफ को बेगुनाह बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। आरोप लगाया कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।
प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड मामले में वहां की पुलिस ने आरोपित से पूछताछ के लिए न्यायालय में वारंट भी दाखिल किया था। आरोपित का वारंट मिलने के बाद प्रयागराज पुलिस बरेली पहुंची थी। अशरफ को शनिवार सुबह सात बजे जिला जेल से लेकर प्रयागराज निकलना था लेकिन, साढ़े 10 बजे तक वह नहीं जा सका। बताया जा रहा है कि कुछ कागजी कार्यवाही पूरी होने से रह गई है।
जिसकी वजह से अशरफ को यहां से ले जाने में देरी हो रही है। जिला जेल अपने वकीलों के साथ पहुंची अशरफ की पत्नी जैनव फातिमा और बहन आयशा नूरी ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर उन्हें पूरा भरोसा है। उन लोगों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से उमेश पाल हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की।
अशरफ के परिवार की महिलाओं का कहना है कि उन लोगों का उत्पीड़न किया रहा है। फर्जी मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। उनके परिवार के बच्चे पेपर नहीं दे पाए हैं। महिलाओं के साथ पुलिस ने अभद्रता और मारपीट की। दरवाजा तोड़कर पुलिस घर में घुसी।
चार दिन घर की महिलाओं को अवैध हिरासत में रखा गया। इसी के साथ उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जिस अरबाज का एनकाउंटर हुआ, वह हमारा ड्राइवर था और बच्चों को स्कूल लेकर जाता था। मगर उसे फर्जी मुठभेड़ में मार दिया गया।