Varanasi News: भारतीय राजनीति में सरदार पटेल से बड़ा कोई योगी नहीं: गणेश शंकर चतुर्वेदी

Varanasi News: राष्ट्रीय लोकदल वाराणसी के द्वारा आजाद भारत के भौगोलिक शिल्पी, भारत जोड़ो विरासत के अजेय योद्धा सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयन्ती की पूर्व संध्या पर ‘लौह पुरूष के लौह विचार’ विषयक गोष्ठी का आयोजन असि स्थित श्रीरामानुज कोट परिसर में किया गया।
सर्वप्रथम सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण के उपरान्त संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश सचिव गणेश शंकर चतुर्वेदी ने कहा कि सरदार पटेल असल मायने में योगी थे, योगी वो जो जोड़े।
भारतीय राजनीति में बेबाकी, निर्भीकता और पारदर्शिता के सवाल पर सरदार पटेल पीढ़ियों के लिये प्रेरणा स्त्रोत है और रहेंगे।
अपने उद्बोधन में रालोद वाराणसी के जिलाध्यक्ष हृदयानन्द यादव ने कहा कि आज देश में किसान और नौजवान जिस तरह बदहजाल है उसमें सरदार पटेल जैसे फौलादी चरित्र के नेता का स्मरण संघर्ष की ताकत देता है।
संगोष्ठी में अपने उद्बोधन में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि सरदार पटेल भारतीय राजनीति में सर्वसमाज के प्रति त्याग, आस्था, समता, बंधुता और एकता के वृहत्तर श्लोक है।
अध्यक्षीय उद्बोधन में डा. तपन कुमार ने कहा कि स्वतंत्रता आन्दोलन के नेता ऋषी और मनीषी सरीखे थे। इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष दानिश अहमद, रालोद जिला उपाध्यक्ष गौरव पाण्डेय, चितरंजन सिंह, प्रवीण तिवारी, राजेन्द्र यादव, अमित शुक्ला, विशाल, कुलदीप गुप्ता, सत्यम गुप्ता इत्यादि उपस्थित थे।
संगोष्ठी में 31 अक्टूबर को सरदार पटेल को नमन करते हुये किसानों की समस्या से संदर्भित पत्रक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को सम्बोधित कर वाराणसी के जिलाधिकारी को सौंपा जाने का निर्णय लिया गया। उक्त जानकारी रालोद के वाराणसी जिलाध्यक्ष हृदयानन्द यादव ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दिया।