Triple Murder In Ghazipur : खून से लथपथ लाशों को देख कांप उठे लोग, पति-पत्नी और बेटे की हुई गला रेतकर हत्या
Triple Murder In Ghazipur : गाजीपुर जिले के नंदगंज थाना क्षेत्र के खिलवा कुसम्ही कला गांव में रविवार की रात पति-पत्नी और पुत्र की अज्ञात बदमाशों ने धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई।
वहीं घटना की जानकारी पर मौके पर पहुंचकर एसपी ओमवीर सिंह के नेतृत्व में एसओजी टीम घंटों छानबीन करती रही, लेकिन हत्या के कारणों का पता नहीं लग सका। पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है खिलवा गांव निवासी मुंशी बिंद (45) और पत्नी देवंती (40) घर के बाहर झोपड़ी में अलग-अलग चारपाई पर सो रही थी।
जब कि पुत्र बड़ा रामशीष (20) घर में सो रहा था। वहीं छोटा पुत्र आशीष गांव पर आए आर्केस्ट्रा को देखने चला गया था। जब आशीष रात दो बजे घर आया तो देखा कि बाहर सो रहे माता पिता लहूलुहान मृत पड़े हैं। इसके बाद शोर मचाते हुए घर में सो रहे बड़े भाई को जगाने गया तो उसे भी मृत देख उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।
चीख- पुकार सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। खून से लथपथ शवों को देख लोगों के होश उड़ गए। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस छानबीन में जुट गई। जानकारी होते ही कुछ देर बाद एसपी ओमवीर सिंह पहुंचे और छानबीन करने के साथ परिजनों व ग्रामीणों से पूछताछ में जुटे रहे।
एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या की घटना ने पूरे गांव में सनसनी फैला दी है। घटना से सहमे लोग भय के आगोश में हैं। लोग डर के कारण घर से बाहर निकलने से भी कतरा रहे हैं। उधर, पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।
उधर, घर में इकलौते जिंदा बचे 15 वर्षीय आशीष ने बताया गांव में तिलक का कार्यक्रम था, जहां वो गया था। पापा रात में बुलाकर लेकर चले आए। लेकिन, जब वे सो गए तो चोरी से आर्केस्ट्रा देखने चला गया। लेकिन, रात 1 बजे लौटा तो तीनों की हत्या हो चुकी थी और पापा-मम्मी और भाई की लाश बिखरी पड़ी थी।
शोर मचाते हुए घर में सो रहे बड़े भाई को जगाने गया तो उसे भी मृत देख चीख पड़ा। मौके पर पहुंची पुलिस को आशीष ने बताया कि गांव में एक तिलक का कार्यक्रम था। जहां रात में आर्केस्ट्रा देखने के लिए वो गया था। लेकिन, पिता मुंशी उसे बुला लाए।
इसके बावजूद रात में पिता जब सो गए तो फिर चुपके से आर्केस्ट्रा देखने चला गया। रात एक बजे लौटा तो उसके पापा-मम्मी और बड़े भाई की लाश पड़ी थी। गांव में चर्चा है कि आशीष गांव की ही एक लड़की से प्यार कर रहा था। लड़की के परिजन उसके परिवार पर शादी का दबाव बना रहे थे।
लेकिन, उसके परिजन शादी के लिए तैयार नहीं थे। आशीष की उम्र 15 साल है। आशीष के साथ पड़ोस में रहने वाला अभिषेक भी आर्केस्ट्रा देखने के लिए गया था। उसने बताया कि जब हम लोग रात एक बजे वापस आए तो आशीष के चीखने की आवाज सुनी।
दौड़कर उसके घर गए तो वहां उसके माता-पिता और बड़े भाई की खून से लथपथ लाश पड़ी थी। मृतक मुंशी मुंबई में काम करता था, जो दस दिन पहले घर आया था। पूरा परिवार हंसी- खुशी रह रहा था, लेकिन किसी को नहीं पता था कि एक झटके में पूरा परिवार बिखर जाएगा। गांव के लोग हत्यारों को कोसते नजर आए।