Umesh Pal murder Case: असद समेत चार हत्यारे मारे गये, अभी ये चल रहे फरार, जानिये क्या होगा इनके साथ?
Umesh Pal murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में अचानक पुलिसिया कार्रवाई ने सबको हैरान कर दिया है। एक तरफ जहां, हत्या की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर कानूनी शिकंजा कसना तेज हो रहा है तो दूसरी ओर फरार चल रहे बदमाशों की घेरेबंदी भी बढ़ गई है।
अब तक इस मामले में चार आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। इसमें अतीक अहमद का बेटा असद भी शामिल है। इसके अलावा 25 से ज्यादा आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। आइए जानते हैं कि अभी कौन-कौन से बड़े आरोपी फरार चल रहे हैं और उनके साथ क्या होगा?
पहले उन चार आरोपियों के बारे में जान लीजिए जिन्हें पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर किया
1. पहली बड़ी कामयाबी : 27 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस को पहली बड़ी कामयाबी मिली। प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के सुलेमसराय में हत्याकांड में शामिल अरबाज को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस के मुताबिक, अरबाज ही क्रेटा कार चला रहा था, जिस पर सवार होकर शूटर उमेश पाल की हत्या करने के लिए आए थे। अरबाज पर पुलिस कमिश्नर ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था।
2. दूसरी बड़ी कामयाबी: 06 मार्च को हत्याकांड में शामिल दूसरे शूटर उस्मान चौधरी को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। यह वही शूटर था जो पास की दुकान पर खड़े होकर सामान खरीदने का नाटक कर रहा था और उमेश पाल के पहुंचते ही उनके ऊपर गोलियों की बौछार करने लगा था।
3. फिर अतीक का बेटा और शूटर गुलाम मारे गए: 13 अप्रैल को हत्याकांड के बड़े आरोपी असद अहमद और शूटर गुलाम को यूपी एसटीएफ ने झांसी में एनकाउंटर के दौरान मार गिराया। असद अतीक अहमद का बेटा था। इन दोनों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था।
इन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है पुलिस - 26 फरवरी को पुलिस ने हत्याकांड का साजिशकर्ता सदाकत खान गोरखपुर से पकड़ा गया। आरोप है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम हास्टल स्थित सदाकत खान के कमरे में हत्याकांड का षड्यंत्र रचा गया था।
28 फरवरी को सिविल लाइंस के ईट ऑन रेस्टोरेंट के मालिक नफीस अहमद को पुलिस ने हिरासत में लिया। वारदात में इस्तेमाल क्रेटा कार नफीस की निकली। हालांकि, उसने इस कार को कुछ समय पहले अपने एक रिश्तेदार को बेच दिया था।
10 मार्च को माफिया अतीक अहमद के भाई पूर्व विधायक अशरफ से बरेली जिला जेल में अवैध तरीके से मुलाकात कराने के मामले में दो गुर्गों फुरकान और राशिद को गिरफ्तार किया। इनकी गिरफ्तारी सर्विलांस रिकॉर्ड और सीसीटीवी के जरिये हुई।
15 मार्च को हत्याकांड में पांच लाख के एक इनामी शूटर की गर्लफ्रेंड को पुलिस ने नैनी इलाके से हिरासत में लिया। हत्याकांड से पहले युवती शूटर से प्रतिदिन लंबी बात करती थी। पुलिस को शूटर की सीडीआर से युवती के बारे में जानकारी मिली थी।
18 मार्च को वारदात में प्रयुक्त क्रेटा कार के मौजूदा मालिक रुखसार अहमद पकड़ा गया। जीटीबी नगर करेली में ट्रैवल एजेंसी चलाने वाला रुखसार घटना के बाद से घर में ताला लगाकर परिवार समेत फरार हो गया था।
21 मार्च को पुलिस ने अतीक के दो करीबियों की निशानदेही पर अतीक के चकिया कर्बला स्थित दफ्तर पर छापेमारी की, जिसमें 74 लाख रुपये, 10 पिस्टल, 112 कारतूस के साथ पांच लोग पकड़े गए। पांचों को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इसके अलावा अलग-अलग तारीखों में करीब 10 से अधिक अन्य आरोपियों को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें से कई पर हत्यारों को पनाह देने, उनकी मदद करने का आरोप भी लगा है।
ये आरोपी चल रहे फरार - हत्याकांड में पहला नामजद आरोपी माफिया अतीक अहमद है। अतीक पहले से ही अन्य मामलों में गुजरात के साबरमती जेल में बंद है। वहीं, अतीक का भाई अशरफ भी घटना से पहले से बरेली जेल में बंद है। प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट ने दोनों को पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन घटना के बाद से ही फरार है और अब तक उसका कोई सुराग पुलिस के हाथों नहीं लग सका। शाइस्ता के साथ ही मोहम्मद मुस्लिम का नाम भी एफआईआर में था। ये भी फरार है।
इसके अलावा गुड्डू मुस्लिम, बिहार का शूटर अरमान, अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा, बहन नूरी का पति अकलाख भी फरार है। इसके अलावा अतीक की बहन आयशा नूरी और उसकी दो बेटियां भी इस मामले में आरोपित हैं। इनकी भी पुलिस तलाश कर रही है।
वहीं, साबिर भी फरार है। साबिर अतीक अहमद का बेहद करीबी और भरोसेमंद शख्स बताया जाता है। अतीक अहमद और उसके बेटों के जेल जाने के बाद साबिर ही शाइस्ता परवीन की सुरक्षा में साथ रहने वाला व्यक्ति है। साबिर पर भी उमेश पाल हत्याकांड में असद के साथ फायरिंग करने का आरोप है। आरोप है कि साबिर ने ही उमेश पाल के गनर संदीप निषाद को गोली मारी थी।
फरार आरोपियों के साथ क्या होगा - इसे समझने के लिए हमने रिटायर्ड आईपीएस उदित श्रीवास्तव से बात की। उन्होंने कहा, 'ये हाईप्रोफाइल मामला है। पूरे देश में इसकी चर्चा हो रही है। ऐसे में पुलिस इस हत्याकांड से जुड़े सभी लोगों को पकड़ने की कोशिश करेगी। जो आरोपियों की मदद करेंगे, वो भी आरोपी बनाए जाएंगे।
ऐसे में पुलिस का पहला लक्ष्य होता है कि आरोपियों को जिंदा पकड़ा जाए। अगर इस कार्रवाई के बीच बदमाश कोई हरकत करते हैं तो फिर एनकाउंटर शुरू हो जाता है। जैसा कि असद, गुलाम व अन्य दोनों आरोपियों के मामले में हुआ।'
उदित आगे कहते हैं, 'अतीक के बेटे के एनकाउंटर के बाद उम्मीद है कि जल्द से जल्द इस मामले में फरार चल रहे सभी आरोपी कोर्ट में या पुलिस के सामने सरेंडर कर दें। ऐसा करके वह खुद की जान बचाने की कोशिश करेंगे।'