UP Crime: नगर पंचायत अध्यक्ष की हत्या का वांछित अपराधी की सीएम योगी के साथ वायरल हो रही तस्वीर

UP Crime: यह फोटो देखने में अविश्व्श्नीय अवश्य लग रहा होगा, लेकिन वायरल फोटो सच है, तो यह भी सच है कि विगत वर्षो में सोनभद्र जनपद के चोपन नगर पंचायत के अध्यक्ष इम्तियाज अहमद की हुई हत्या का आरोपी राकेश जायसवाल जिस पर न्यायालय द्वारा निर्गत धारा 82/83 सीआरपीसी की कार्रवाई होने के बाद भी न्यायालय में हाजिर नहीं हुआ।
जिस पर उसके विरूद्ध थाना चोपन में दण्ड प्रक्रिया संहिता 154ए के तहत अपराध संख्या 238/2018 दर्ज हुआ, लेकिन वायरल फोटो देखने पर आश्चर्य होता है कि फोटो में उ.प्र. के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने लखनउ के सरकारी कार्यालय में समाज कल्याण विभाग के राज्यमंत्री संजीव गौड़ के साथ उनके बगल में बैठा नीली शर्ट पहने लाल घेरे में जो व्यक्ति दिख रहा है वही व्यक्ति राकेश जायसवाल है।
जिसको सोनभद्र जनपद की पुलिस नहीं तलाश पा रही है और वह मंत्री के साथ अपराधियों व माफियाओं के लिये कहर बनकर टूटने वाले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने बैठा है इससे दो चीजे स्पष्ट है कि या तो वह मंत्री का करीबी है और अपनी रसूख के चलते वह मुख्यमंत्री को धोखा देकर उनसे मिलने पहुंच गया या तो फिर यूपी सरकार का अपराधियों के खिलाफ किये जा रहे कार्रवाईयों के दावे में पारदर्शिता नहीं है।
इस फोटो के सम्बन्ध में जानकारी लेने पर सूत्रों ने बताया कि उपरोक्त फोटो मंत्री के चन्दौली प्रभारी बनाये जाने के उपरान्त शिष्टाचार भेंट के बाद राज्यमंत्री ने खुद अपने फेसबुक अकाउंट पर अपलोड किया है और इसकी पुष्टि चेयरमैन हत्या काण्ड में वादी पक्ष की ओर से पैरवी कर रहे हाईकोर्ट के अधिवक्ता अमन खान ने भी किया है कि उक्त नीले शर्ट वाला व्यक्ति राकेश जायसवाल ही है।
उन्होने यह भी बताया कि चेयरमैन हत्याकांड के मामले में इन्हीं मंत्री महोदय के प्रयास से जांच सीबीसीआईडी को दी गयी थी, जिसे माननीय उच्च न्यायालय ने निरस्त कर दिया। इससे यह तो साबित है कि उक्त फरार आरोपी को मंत्री जी की कृपा प्राप्त है।
गौरतलब है कि दिनांक 15/10/2018 को तत्कालीन नगर पंचायत अध्यक्ष चोपन इम्तियाज अहमद की हत्या कर दी गयी थी। जिसमें उग्रवादी संगठन जेजेएमपी का भी हाथ सामने आया था।
उसमें मृत्यु पूर्व बयान के आधार पर अभियुक्तगण राकेश जायसवाल व रवि जालान नामजद व अन्य के विरूद्ध हत्या व उससे जुड़ी अन्य गंभीर धाराओं के विरूद्ध स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था और अन्य के साथ यह राकेश जायसवाल न हाजिर हुआ और ना ही पुलिस उसे तलाष ही कर पायी, लेकिन मंत्री जी के साथ वह मुख्यमंत्री महोदय के सामने जाकर बैठा है।
उससे क्या रिश्ता, मंत्री जी उसे किस उद्देश्य से मुख्यमंत्री से मिलवाने ले गये थे। यह तो जांच का विषय है या मंत्री जी ही बता सकते है, लेकिन इससे इतना तो तय है कि मुख्यमंत्री का सरकारी आवास भी हत्या जैसे आरोपी के पहुंच से बाहर नहीं है, और ऐसा होता रहा तो ऐसे में मुख्यमंत्री जी की सुरक्षा पर भी गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है।