Varanasi: 49 भिक्षुओं को रेस्क्यू कर अपना घर आश्रय गृह/शेल्टर होम/बाल गृह में कराया गया पुनर्वासित
Varanasi: वाराणसी। ममता रानी,अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध/नोडल अधिकारी के नेतृत्व में भिक्षावृत्ति मुक्त काशी अभियान, समाज कल्याण विभाग व जिला प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा भिक्षावृत्ति मुक्त काशी अभियान के अन्तर्गत 49 भिक्षुओं का रेस्क्यू कर अपना घर आश्रय गृह/शेल्टर होम/बाल गृह में पुनर्वासित कराया गया।
बताते चले कि ममता रानी, अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध/नोडल अधिकारी (भिक्षावृत्ति मुक्त काशी अभियान) के नेतृत्व में “भिक्षावृत्ति मुक्त काशी” अभियान जनपद में निरन्तर चलाया जा रहा है। इस अभियान के अन्तर्गत शुक्रवार को थाना दशाश्वमेध अन्तर्गत राजेन्द्र प्रसाद घाट व शीतला घाट के पास सघन अभियान चलाया गया।
जिसमें महिला उपनिरीक्षक अनिता चौहान SJPU, उपनिरीक्षक घनश्याम तिवारी थाना एएचटी तथा थाना दशाश्वमेध के बाल कल्याण पुलिस अधिकारी, नगर निगम, समाज कल्याण, चाइल्ड लाइन की संयुक्त टीम के साथ अभियान चलाया गया।
भिक्षावृत्त में संलिप्त कुल 16 भिक्षुकों को रेस्क्यू किया गया। जिसमें 06 भिक्षुको को अपना घर आश्रम तथा 10 बाल भिक्षुकों को सीडब्लूसी के समक्ष प्रस्तुत किया गया। पकड़े गये भिक्षुको को उनके व्यवहार, आचार-विचार में परिवर्तन तथा उचित कौशल विकास के बाद तीन माह के उपरान्त ही छोड़ा जायेगा।
पकड़े गये बाल भिक्षुकों को बालगृह में रखा जायेगा, तथा उन्हें स्कूली शिक्षा ग्रहण हेतु पंजीकृत कराया जायेगा। इस अभियान के अन्तर्गत अब तक कुल 49 भिक्षुओं का रेस्क्यू किया गया जिसमें कुल 22 वयस्क भिक्षु तथा 27 बाल भिक्षु शामिल हैं।
वयस्क भिक्षुओं को अपना घर आश्रय गृह/शेल्टर होम तथा बाल भिक्षुओं को बाल गृह पुनर्वासित कराया जा चुका है। बताते चले कि यह अभियान ममता रानी, अपर पुलिस उपायुक्त, महिला अपराध (नोडल अधिकारी भिक्षावृत्ति मुक्त काशी अभियान) के नेतृत्व में निरन्तर जारी रहेगा।
उक्त आशय की जानकारी अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध के कार्यालय से जारी किये गये प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई।