Road Accident In Varanasi: वाराणसी में हुआ जबरदस्त रोड एक्सीडेंट, हादसे में 8 लोगों की हुई मौत, मासूम की आवाज सुन दौड़ पड़े ग्रामीण
Road Accident In Varanasi: फूलपुर थाना क्षेत्र के करखियांव इलाके में वाराणसी-जौनपुर हाईवे पर हुए भीषण सड़क हादसे में 8 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। हादसे की जगह पर सन्नाटा है। कुछ ही दूरी पर राधा स्वामी आश्रम (Radha Swami Ashram) है। कुछ ही दूरी पर गांव है।
कार की रफ्तार इतनी तेज थी की ट्रक से टकराने की आवाज तेज आई फिर धुंए का गुबार उठा पर कोई आवाज नहीं आई। आश्रम के बुजुर्ग ने बताया कि जब 5 मिनट बाद बच्चा रोया तो हम उस तरफ दौड़े और ग्रामीणों को बुलाया।
राधा स्वामी आश्रम रहने वाले बुजुर्ग प्रभु नारायण यादव ने बताया कि रोज की तरह 3 बजे उठकर आश्राम के कार्यों में लगा था। सवा चार बजे तेज धमाका हुआ। कमरे से मै और पत्नी बाहर निकले तो धुंए का गुबार था पर कुछ समझ नहीं आ रहा था।
5 मिनट बाद किसी बच्चे की रोने के आवाज आई तो मै गाड़ी की तरफ भागा और पत्नी गांव में ग्रामीणों को बुलाने गई। ग्रामीण दौड़े और कार के पास पहुंचे तो ज्यादातर के मुंह से चीख निकल पड़ी। अंदर बच्चा रो रहा था। बाकी सब खून से लथपथ थे किसी के शरीर में कोई हरकत नहीं थी।
प्रभु नारायण ने बताया कि प्रधान ने पुलिस को सूचना दी तो मौके पर फूलपुर जो भरी पुलिस फ़ोर्स के साथ पहुंचे और कई एम्बुलेंस मौके पर आईं। कार में 8 शव वीभत्स स्थिति में पड़े थे। किसी ग्रामीण की उन्हें बहार निकालने या छूने की हिम्मत नहीं हुई।
पुलिस ने लोहे की रॉड की सहायता से कार के दरवाजे तोड़ उसके बाद 8 शव बारी-बारी से बाहर निकाले गए। इसी में रो रहा बच्चा भी फसा हुआ था। उसने बताया कि वह सो रहा था। बच्चे को फ़ौरन दीन दयाल अस्पताल पहुँचाया गया जहां हालत गंभीर होने पर उसे ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि सेफ्टी के लिए लगाए जाने वाले कार के एयरबैग खुलने के बाद भी नाकफि साबित हुए और ड्राइवर और आगे बैठे व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई। इसके अलावा पीछे बैठा भी कोई व्यक्ति बच नहीं सका।
इस दर्दनाक हादसे में पीलीभीत जिले के थाना पूरनपुर के ग्राम मुजफ्फरनगर डाकखाना दूधिया खुर्द के महेंद्र पाल (55 ) दामोदर (38), चंद्रकली (46), निर्मला देवी (37), विपिन (30), गंगा (53), राजेंद्र (55) और कार ड्राइवर अमन कश्यप (25) की मौके पर मौत हो गई।
वहीं कार में पीछे बैठा शांति स्वरुप (9) घायल हो गया। पीलीभीत का दो परिवार एक महेंद्र का और दूसरा विपिन का क्रमशः पिता और मां की अस्थियों के विसर्जन के लिए काशी आए थे। वापसी में काल के गाल में समा गए।