Varanasi Crime: चर्चित नितेश हत्याकाण्ड के आरोपितों का होगा नार्को टेस्ट, चौक थाना प्रभारी को बनाया गया मामले का विवेचक

वाराणसी में 12 जुलाई 2022 को प्रतापगढ़ निवासी नीट प्रतियोगी छात्र 20 वर्षीय नितेश मिश्रा की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में अदालत ने आरोपितों का नार्को टेस्ट कराने का आदेश जारी किया है, जिसके सम्बन्ध में आरोपितों को न्यायालय की तरफ से नोटिस भी जारी कर दी गयी है।
ज्ञात हो कि भेलूपुर थाना क्षेत्र के सुंदरपुर इलाके में स्थित एक मकान में किराये का कमरा लेकर रहने वाले छात्र की 12 जुलाई 2022 को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस मामले में मृतक के चाचा ने 11 लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए नामजद मुकदमा दर्ज कराया था।
बताते चले कि इस हत्याकाण्ड की विवेचना पूर्व विवेचक और लूट के मामले में बर्खास्त हुये भेलूपुर थाना प्रभारी रहे रमाकांत दुबे ने मात्र 18 दिन में ही मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाकर अदालत में दाखिल कर दिया था।
जिस पर वादी ने इस मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में प्रोटेस्ट दाखिल कर अग्रिम विवेचना कराकर न्याय की गुहार लगाई थी। जिस पर अदालत ने अग्रिम विवेचना का आदेश दिया। जिसकी विवेचना तेजतर्रार व न्यायप्रिय थाना प्रभारी निरीक्षक चौक शिवाकांत मिश्रा को दे दी गयी है।
ज्ञात हो कि नीट प्रतियोगी छात्र शेषपुर अठगवां थाना पट्टी जिला प्रतापगढ़ निवासी नितेश मिश्रा सुंदरपुर में किराये के मकान में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। जिसकी 12 जुलाई 2022 की शाम उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
जिसके सम्बन्ध में भवन स्वामी का कहना था कि नितेश की मकान के छत से गिरने से मौत हुई है, लेकिन परिवारवालों को घटना के मामले में संदेह था। जिसके बाद मृतक के चाचा रवीन्द्र मिश्रा की तहरीर पर आठ दिन बाद भेलूपुर थाने में 11 नामजद व एक अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।
जिसमें मुकदमा दर्ज होने के 18 दिनों के बाद ही उक्त मामले में एफ.आर. लगाकर न्यायालय में पेश कर दिया गया था। जिसकी वर्तमान में पुर्नविवेचना तेजतर्रार व न्यायप्रिय थाना प्रभारी चौक शिवाकांत मिश्रा द्वारा संचालित किया जा रहा है।
पुर्नविवेचक के आग्रह पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नितेश कुमार सिन्हा ने आरोपितो का नार्को टेस्ट कराये जाने के लिये आरोपितों को नोटिस भेजकर न्यायालय के समक्ष उपस्थित होने का आदेश दिया है। बता दें कि पीड़ित पक्ष ने निष्पक्ष विवेचना को लेकर जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत के साथ ही उच्चाधिकारियों को पत्राचार भी किया गया था।
साथ ही यह भी शिकायत की थी कि थाना प्रभारी भेलूपुर रमाकांत दुबे के द्वारा निष्पक्ष विवेचना नहीं की जा रही है और आरोपितो से मिले हुये हैं, साथ ही पैसा लेकर फाइनल रिपोर्ट लगा देने की आशंका भी जाहिर की थी। जिस पर पुलिस महानिदेशक उ. प्र. ने पुलिस कमिश्नर वाराणसी को 16 अगस्त 2022 को आदेशित किया था कि विवेचना किसी दूसरे अधिकारी से कराई जाये।
वही दिनांक 17 अगस्त को जब यह समाचार समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई तो 18 अगस्त को ही पूर्व विवेचक रमाकांत दुबे ने 18 दिन में ही फाइनल रिपोर्ट लगाकर अदालत में दाखिल कर दिया था। वहीं इस मामले में चर्चाएं यह भी थीं कि 302 जैसे गम्भीर मामले में नामजद आरोपितों को अठारह दिन में ही विवेचक रमाकांत दुबे ने क्लीन चिट कैसे दे दिया।