Varanasi Crime: ‘हम नहीं सुधरेंगे’ की तर्ज पर काम कर रहे सट्टा संचालक

Varanasi Crime: आज यहां यह बात इसलिये कहना पड़ रहा है कि जहां एक ओर जनपद की पुलिस महाकुम्भ व उसके पलट प्रवाह काशी में होने के कारण जहां पुलिस प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर संजीदा है तो वहीं इसका लाभ शहर में अवैध रूप से संचालित किये जा रहे सट्टा के कारोबार से जुड़े संचालकों के द्वारा भरपूर लाभ उठाया जा रहा है।
बताते चले कि शहर में अवैध सट्टे का कारोबार विगत कई वर्षों से बदस्तूर चलाया जा रहा है। जिसका संचालन समाज के असामाजिक तत्वों के साथ ही गुण्डा बदमाशों के द्वारा किया जा रहा है। इसी क्रम में बताते चले कि जनपद के तमाम ऐसे थाना क्षेत्र है जहां इस अवैध सट्टे का कारोबार निरन्तर रूप से संचालित हो रहा है।
अब यदि सूत्रों की बातों पर यकीन करें तो सूत्र तो यहां तक बताते है कि इस अवैध कारोबार में सम्बन्धित थाने के पुलिसकर्मियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है, जिसके बल पर सट्टे का काला कारोबार किया जा रहा है। अब यदि बात करें तो चेतगंज थाना क्षेत्र के नाटी इमली पुलिस चौकी क्षेत्र में आने वाले चौकाघाट गाटर पुल के पास स्थित देशी शराब का ठेका व बीयर की दुकान इन दिनों सट्टेबाजों का केन्द्र बनी हुई है।
जहां सुबह से लेकर रात तक सट्टे का काला कारोबार किया जा रहा है। जहां 50 लेकर 100 लोगों की भीड़ हमेशा बनी रहती है। वहीं सूत्र बताते है कि यहां चलाये जा रहे सट्टे के संचालक का नाम अनिल दूबे उर्फ डा. अनिल गुप्ता व गोलू नामक व्यक्ति है जो इसी नाम से जाने जाते है।
वहीं सूत्रों की माने तो ये अनिल दूबे उर्फ डा. अनिल गुप्ता व गोलू नामक व्यक्तियों के साथ कुछ दबंग व बदमाश किस्म के लोग मौके पर मौजूद रहते है कि यदि कोई विरोध करे तो ये लोग उक्त व्यक्ति के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दे सके जिससे मौके पर मौजूद व आस पास के लोगों में एक भय का माहौल उत्पन्न किया जा सके।
बताते चले कि ये अनिल दूबे उर्फ डा. अनिल गुप्ता नामक व्यक्ति के द्वारा पूर्व में चौकाघाट से कैण्ट जाने वाले फ्लाईओवर के नीचे सट्टे का कारोबार करता था, परन्तु पुलिस ने जब इन पर शिकंजा कसा तो इसने अपना स्थान बदल दिया और चेतगंज थाना क्षेत्र के नाटी इमली पुलिस चौकी अन्तर्गत आने वाले चौकाघाट गाटर पुल के पास स्थित देशी शराब के ठेके व बीयर की दुकान को अपने अवैध धन्धे का केन्द्र बना लिया है।
अब यदि क्षेत्रीय लोगों की बातों पर यकीन करें तो कुछ दिनों पूर्व बीएम ब्रेकिंग न्यूज के द्वारा उक्त के सम्बन्ध में समाचार को प्रसारित किया गया था, जिसके बाद उक्त लोगों के द्वारा सट्टे के कारोबार को बन्द कर दिया गया था, परन्तु पुनः रविवार से इन लोगों ने उक्त अवैध कारोबार को चालू कर दिया है।
अब यदि बात करें तो एक प्रश्न यहां यह भी है कि क्या आबकारी विभाग के द्वारा इन देशी शराब के ठेके व बीयर की दुकान के संचालकों को अवैध तरीके से सट्टे का काला कारोबार करने का लाइसेंस दिया गया है, जिसके आधार पर सट्टे का कारोबार किया जा रहा है।
वहीं आबकारी विभाग को चाहिये कि इस पर तत्काल कार्यवाही करते हुये दोनो ठेकों का लाइसेंस रद्द कर देना चाहिये। जिससे इस काले कारोबार पर अंकुश लगाया जा सके और समाज के लोग बर्बादी के कगार पर जाने से बच सके।
कहने को तो वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल कानून व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त रखने व अपराधियों पर कड़ी कार्यवाही करने की बात करते है तो अब देखना यह है कि इस सट्टा संचालक पर वाराणसी की पुलिस कब कार्यवाही करेगी। अब किस वरिष्ठ अधिकारी के आदेश पर पुनः चालू हुआ यहां सट्टे का काला कारोबार जिसका जवाब देने वाला कोई नहीं है। फिलहाल बीएम ब्रेकिंग न्यूज की तफ्तीश जारी है।