Varanasi Crime: नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रूपये की ठगी करने वाले गैंग के सरगना सहित तीन गिरफ्तार

Varanasi Crime: वाराणसी। दिनाक 17-01-2025 को वादी अखिलेश कुमार पाण्डेय पुत्र ओम प्रकाश पाण्डेय पता आनन्दपुरी कालोनी पहडिया, सारनाथ, वाराणसी द्वारा थाना साइबर क्राइम पर उपस्थित होकर प्रार्थना पत्र इस आशय से प्रस्तुत किया गया कि साइबर अपराधियों द्वारा उनका डेटा जाब प्रोवाइडर कम्पनी से प्राप्त कर उन्हे Indeed कम्पनी के रिप्रेजेन्टेटिव के तौर पर संपर्क कर उनको आस्ट्रेलिया मे नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनके साथ विभिन्न फीस, टैक्स का हवाला देकर कुल 80 लाख रूपये की साइबर ठगी कर ली गयी है।
जिसके सम्बन्ध मे थाना साइबर क्राइम वाराणसी पर मु0अ0सं0 05/2025 धारा 318 (2), 318 (4) बीएनएस तथा 66डी आईटी एक्ट पंजीकृत किया गया। जिसकी विवेचना निरीक्षक विजय कुमार यादव द्वारा की जा रही है। उक्त प्रकरण के दृष्टिगत मोहित अग्रवाल पुलिस आयुक्त वाराणसी एवं प्रमोद कुमार पुलिस उपायुक्त अपराध वाराणसी के निर्देशन मे तथा श्रुति श्रीवास्तव अपर पुलिस उपायुक्त वाराणसी व गौरव कुमार सहायक पुलिस आयुक्त वाराणसी के नेतृत्व मे एक टीम का गठन कर उक्त घटना के अनावरण हेतु निर्देशित किया गया।
उक्त के क्रम मे वाराणसी से काल सेन्टर संचालक सहित 03 शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया तथा उनके कब्जे से भारी मात्रा मे मोबाइल, लैपटाप, कम्प्यूटर डेक्सटाप, टेलीफोन लैण्डलाइन, वाई फाई राउटर, सिमकार्ड, कस्टमर डेटा सीट आदि सामान तथा 20690/- रूपया नकद को बरामद किया गया है।
पकड़े गये अभियुक्तो के द्वारा अपराध करने के तरीके के सम्बन्ध में बताया गया कि Times Job Internet (Cool boot Media) तथा Workindia जोकि जाब प्रोवाइडर कम्पनियां है जिनपर जाब सीकर्स अपना रिज्यूम अपलोड करते है।
साइबर अपराधियो द्वारा इन्ही कम्पनियों का रिक्रूटर पोर्टल अवैध तरीके से प्राप्त कर जाब सीकर्स का डेटा प्राप्त किया जाता है, जिनको यह अपने आफिस मे काम करने वाले टेलीकालर के माध्यम से काल कराकर उनका रजिस्ट्रेशन कराकर डाक्यूमेट मंगवा लेते है।
फिर इनके द्वारा जाब सीकर्स को विदेशो की कम्पनियो मे उनकी योग्यतानुसार विभिन्न पदो पर नौकरी दिलाने हेतु प्रक्रिया के तहत उन्हे फर्जी कूटरचित व फर्जी डिजिटल हस्ताक्षरित इन्टेन्ट लेटर, आफर लेटर तथा इन्टरब्यू लेटर भेजकर अपने झांसे मे लिया जाता है तथा विभिन्न तरह की फीस टैक्स के नाम पर तथाकथित कम्पनी फर्जी म्यूल बैंक खातों मे पैसा मंगा लिया जाता है।
साइबर अपराधियों द्वारा अपनी पहचान छुपाने तथा पुलिस की पहुंच से दूर रहने के उद्देश्य से इस तरह की साइबर अपराध की घटनाओ को कारित करने के लिए फर्जी म्यूल बैंक खातों तथा फर्जी नाम-पते के सिमकार्ड का प्रयोग किया जाता है, इस कार्य के लिए गिरफ्तार साइबर अपराधियों द्वारा नोएडा के सेक्टर 10 मे कालसेन्टर बनाया गया है।
पकड़े गये अभियुक्तों में दीपक कुमार पुत्र राजवीर सिंह निवासी बुद्ध विहार थाना विजय नगर गाजियाबाद, उ0प्र0, भानू प्रताप पुत्र शोभाराम राजपूत निवासी- इटौरा, थाना- अजीतगंज जिला मैनपुरी, उ0प्र0, कुनाल विश्वास पुत्र संजय विश्वास निवासी गली न0 06 निकट केडी कान्वेन्ट स्कूल, बुद्ध विहार थाना- विजय नगर, जनपद-गाजियाबाद, उ0प्र0 शामिल है।
जिनके खिलाफ मु0अ0सं0-05/2025 धारा 318(2), 318(4), 336(2), 336(3), 338, 340(2), 61(2), 317(2) बीएनएस व 66डी, 74 आईटी एक्ट थाना साइबर क्राइम वाराणसी में दर्ज किया गया है।
गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली पुलिस में साइबर क्राइम थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार सिंह, निरीक्षक विजय कुमार यादव, निरीक्षक राजकिशोर पाण्डेय, निरीक्षक दीनानाथ यादव, कांस्टेबल देवेन्द्र यादव, कांस्टेबल अवनीश सिंह, कांस्टेबल धर्मेन्द्र यादव, महिला कांस्टेबल पुनीता यादव, महिला कांस्टेबल अंकिता सिंह आदि शामिल रही।