Varanasi News: काशी में किन्नर समुदाय ने अपने पूर्वजों का किया पिंड दान
Varanasi News: धर्म व अध्यात्म की नगरी काशी में स्थित पिशाच मोचन कुण्ड पर किन्नर समाज के लोगों ने अपने पूर्वजों का पिंड दान किया। यह पूरा पिंड दान महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के नेतृत्व में किया गया। किन्नर समाज प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी किन्नर अखाड़े ने इस अनुष्ठान को कर पितरों की मुक्ति की ईश्वर से कामना की।
वही लगभग 40 किन्नरों ने पिंड दान कर तर्पण किया। उक्त आयोजन में किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर किन्नर डा. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कार्यक्रम में मुख्य भूमिका निभायी। वहीं किन्नर समुदाय के लोगों ने कहा कि ऐसे लोग जो प्रति वर्ष छूट जाते हैं, जिनका कोई नहीं होता हम उनका पिंड दान करते हैं, ताकि उन्हे मोक्ष मिले।
वहीं दूसरी ओर महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बताया कि सारे किन्नर ने प्रण लिया है कि हर दूसरे साल काशी जाकर पिंड दान करेंगे। बहुत से किन्नर ऐसे होते है जिनकी प्राकृतिक मौत हो जाती हैं और उनको सिर्फ जलाकर छोड़ दिया जाता है जिनका कोई श्राद्ध कर्म नहीं होता है।
इसलिए हम सारे किन्नर हर साल अज्ञात और ज्ञात किन्नर जिनकी मौत हो चुकी है उनका पिंड दान करते हैं। और हम सारे किन्नर समाज ने मिलकर यह संकल्प लिया है कि हर 2 साल पर हम काशी आयेंगे और उनके लिए श्राद्ध कर्म करेंगे।
वहीं किन्नर अखाड़े की प्रमुख महामंडलेश्वर आचार्य पंडित लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बताया कि 2015-16 से जब से धर्म की गाड़ी पर वह बैठी हैं तब से धर्म का कार्य किन्नर समाज के लिए करती चली आ रही है। प्रति वर्श सामूहिक पिंड दान और त्रिपिंडी श्राद्ध किया जाता है।
2020 में करोड़ों की संख्या में मृत हुये लोगों की मुक्ति के लिए भी किन्नर समाज ने कर्मकांड किया था। उन्होंने आगे बताया कि एक किन्नर की जिंदगी बहुत दुख भरी होती है। जब परिवार के लोगों को पता चलता है कि यह किन्नर है तो उसे घर से निकाल दिया जाता है और समाज भी उसे अपने निगाह से गिरा देता है। जो काफी दुखदायी है।