Varanasi Police News: पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने गोष्ठी के माध्यम से अधिकारियों को दिये दिशा निर्देश
Varanasi Police News: वाराणसी। जनपद के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के द्वारा समस्त राजपत्रित अधिकारियों के साथ एक गोष्ठी किया गया, जिसमें आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये गये। जिसमें पुलिस आयुक्त ने कहा कि सभी जोन के डीसीपी स्वयं को अपने अपने जोन का पुलिस कप्तान समझते हये जिम्मेदारियों का निर्वहन करे।
नये आदेश के तहत सभी डीसीपी को अपने अपने जोन में कार्यरत थाना प्रभारी को छोड़कर समस्त कर्मचारियों को लाईन हाजिर करने, जांच करने, दण्डित करने की पूर्ण छूट प्रदान की गई है। पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट लक्ष्यों के साथ टारगेट आरिएंटेड पुलिसिंग के दिये निर्देश प्रत्येक जोन को दिये गये अगस्त माह हेतु टारगेट दिये गये।
चिन्हित व सक्रिय अपराधियों के खिलाफ गुण्डा, गैंगेस्टर, हिस्ट्रीशीट की कार्यवाही करने के लिये भी निर्देश दिये गये। साथ ही माफियाओं की सम्पत्ति को जब्त करने, संवदेनशील प्रकरणों में त्वरित एवं संवेदनशीलतापूर्ण प्रतिक्रिया देने व पुलिसकर्मियों की नियमित ब्रीफिंग कर उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाने पर भी जोर दिया गया।
साथ ही श्रावण माह के दृष्टिगत कांवड़िया मार्गों पर सतर्क दृष्टि रखने के साथ ही किसी भी सूरत में कांवड़िया लेन में वाहनों के संचालन न किये जाने पर भी निर्देश दिये गये। वहीं पुलिस आयुक्त वाराणसी मोहित अग्रवाल द्वारा कैम्प कार्यालय स्थित सभागार में राजपत्रित अधिकारीगण के साथ ही कानून व्यवस्था की स्थिति व लम्बित प्रकरणों की समीक्षा भी की गई।
उक्त गोष्ठी में संयुक्त पुलिस आयुक्त मुख्यालय व अपराध के. एजिलरसन, अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था एस. चनप्पा सहित समस्त पुलिस उपायुक्त, अपर पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त व अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे, जहां आवश्यक निर्देश दिये गये।
जिसमें पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट लक्ष्यों के साथ टारगेट आरिएंटेड पुलिसिंग के तहत प्रत्येक राजपत्रित अधिकारी को समयबद्ध लक्ष्यों को प्राप्त करने के निर्देश दिये गये है, प्रदर्शन की नियमित समीक्षा की जायेगी। प्रत्येक जोन के डीसीपी को अगस्त माह के लिये टारगेट दिये गये है, जिसमें 75 एस.आर. केसेज (हत्या, बलात्कार, दहेज हत्या, गैंगेस्टर) का निस्तारण किये जाने व चिन्हित अपराधियों के खिलाफ 2 एनएसए, 21 गैंगेस्टर व 60 गुण्डा एक्ट के तहत कार्यवाही कर 60 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोले जाने हेतु निर्देशित किया गया।
जनता की समस्याओं का त्वरित और उचित समाधान हो एवं पुलिस थानों की कार्यप्रणाली में सुधार हेतु नागरिकों के फीडबैक को गंभीरता से लें, एवं शिकायत निवारण प्रणाली को प्रभावी बनाने के निर्देश दिये गये। पुलिस आयुक्त द्वारा लम्बित एस.आर. केसेज की समीक्षा करते हुये उनके त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
पुलिस आयुक्त द्वारा स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया कि लम्बित प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर समयबद्ध निस्तारण कराया जाये। चिन्हित सक्रिय अपराधियों के विरूद्ध एनएसए, गुण्डा, गैंगेस्टर, एचएस व सम्पत्ति जब्तीकरण की कार्यवाही की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
माननीय न्यायालय सम्बन्धी प्रकरणों की समीक्षा करते हुये सम्बन्धित अधिकारीगण को आवश्यक निर्देश दिये गये। सुगम यातायात व्यवस्था के दृष्टिगत स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम लागू कर यातायात के नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
सुगम यातायात में होने वाले अवरोधों का चिन्हिकरण करते हुये अपने निकट पर्यवेक्षण में नगर निगम व वीडीए से समन्वय स्थापित कर दूर किया जाये। पुलिस आयुक्त ने अधिकारीगण को निर्देशित किया गया कि संवेदनशील मामलों में त्वरित एवं संवेदनशीलतापूर्ण प्रतिक्रिया दे।
बच्चों, वृद्धजनों एवं महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर विशेष ध्यान दें। पुलिस और आम जनमानस के बीच आपसी विश्वास एवं सहयोग को बढ़ाने के लिये सामुदायिक बैठकें और संवाद सत्र नियमित रूप से आयोजित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। पुलिस आयुक्त द्वारा अधिकारीगण को निर्देशित किया गया कि अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों की नियमित ब्रीफिंग कर उनकी कार्यक्षमता को उन्नत करे।