Varanasi Railway: स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में गूंजी किलकारी
Varanasi Railway: वाराणसी। नई दिल्ली से जयनगर जाने वाली 12562 स्वतंत्रता सेनानी सुपर फास्ट एक्सप्रेस के जरनल बोगी में नई दिल्ली से छपरा के लिये गर्भवती महिला यात्री 21 वर्षीय किरन देवी सफर कर रही थी। इसी बीच उसे वाराणसी जंक्शन स्टेशन से पहले प्रसव पीड़ा होने लगी।
गार्ड बोगी से सटे जरनल बोगी में सफर कर रहे यात्रियों ने इसकी सूचना रेल मदद के माध्यम से वाराणसी के वाणिज्य कंट्रोल को दी। इस सूचना पर रेलवे सुरक्षा बल और मेडिकल टीम को अलर्ट कर दिया गया। स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन जैसे ही वाराणसी जंक्शन स्टेशन पहुंची।
वहां डा. मोनिका शुक्ला सीनियर डिविजनल मेडीकल आफिसर के साथ पैरामेडिकल टीम जरनल बोगी में चढ़कर सबसे पहले सीट को चादर से घेरा बना दिया। फिर डा. मोनिका शुक्ला ने प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला का डिलीवरी कराने में लग गईं।
थोड़ी देर के बाद डा. मोनिका शुक्ला और मुख्य नर्सिंग अधीक्षक इन्दु कुमारी एवं टीम द्वारा आकस्मिक चिकित्सा प्रदान कर सुरक्षित प्रसव से संबंधित सभी प्रोटोकाल एवं कार्यवाही को पूराकर सुरक्षित प्रसव कराने में सफल रही। महिला ने स्वस्थ्य बालक को जन्म दिया जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं।
इस बीच स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन प्रसव होने तक वाराणसी जंक्शन स्टेशन पर रुकी रही। सीनियर डिविजनल मेडिकल आफिसर डा. मोनिका शुक्ला ने बताया कि प्रसव के बाद महिला को बेहतर चिकित्सा के लिए रेलवे अस्पताल चलने की सलाह दी गई, लेकिन महिला और उसके परिवार के लोग ट्रेन से उतरने को तैयार नहीं हुये।
इसके बाद दोबारा उनकी जांच कर कुछ दवा दी गई। सभी आवश्यक मेडिकल कार्यवाही को पूरा कर जच्चा-बच्चा दोनों के स्वस्थ्य पड़ताल कर महिला यात्री को आगे छपरा की यात्रा के लिए एक मुस्कान के साथ विदा किया गया। रेलवे के मेडिकल टीम के द्वारा ट्रेन के जरनल बोगी में नार्मल डिलेवरी करवाने की काफी चर्चा हो रही है।
मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव ने इस कार्य पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए मेडिकल टीम को बधाई दी है और कहा कि भारतीय रेल अपने सभी उपभोक्ताओं का यथासंभव ध्यान रखती है। छपरा निवासी किरन देवी ने बताया कि उसके पति दिल्ली में रहकर मजदूरी करते हैं । दिल्ली के डाक्टर ने कहा था कि बच्चा होने में अभी करीब पांच दिन का समय है। इसको लेकर वह सभी दिल्ली से अपने घर छपरा जा रहे थे, इसी बीच ऐसा हो गया।