Varanasi Sawan 2023: सावन की तैयारियों का जायजा लेने सड़क पर उतरे DM और Add. C.P., खामियों को दूर करने का दिया निर्देश

Varanasi Sawan 2023: वाराणसी में सावन के दो महीने के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाओं और कानून व्यवस्था पुलिस और प्रशासन की प्राथमिकता है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धलुओं दर्शन लेकर कमिश्नरेट पुलिस ने तैयारी पूरी कर ली है।
शुक्रवार रात डीएम और एसीपी समेत तमाम अधिकारी सड़क पर उतरे और तैयारियों का जायजा लिया। कांवरियों का रूट देखा और शहर में प्रवेश के बाद दर्शन तक रूटमैप तैयार किया। विगत वर्षों की खामियों पर मंथन करते हए सुधार के निर्देश दिए।
4 जुलाई से शुरू हो रहे सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को है। इस दिन लाखों श्रद्धालु बाबा दरबार में मत्था टेकेंगे। ऐसे में पुलिस के सामने भीड़ को कंट्रोल करने की चुनौती है। सावन में बड़ी संख्या में कांवरियों के आने की उम्मीद है।
एडिशनल सीपी संतोष कुमार सिंह ने शहर में पडऩे वाले कांवड़ मार्ग पर सुरक्षा विशेष इंतजाम के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार देर रात डीएम एस राजलिंगम ने एसीपी संतोष सिंह और डीसीपी काशी जोन, एसीपी चेतगंज, एसीपी कोतवाली, एसीपी दशाश्वमेध, प्रभारी निरीक्षक चेतगंज, प्रभारी निरीक्षक चौक, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली, समेत अन्य अधिकारियों ने कांवरिया लेन का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए। हाईवे के कट पर बैरिकेडिंग, शहर में सोमवार को रूट डायवर्जन प्लान पर मंत्रणा की।
बड़ी संख्या में तैनात रहेगी फोर्स - सावन में काशी विश्वनाथ मंदिर और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को पांच जोन और 12 सेक्टर में बांटा गया है। पुलिस कमिश्नरेट के अलावा आसपास के जनपदों से बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी लगाए जाएंगे।
सावन के प्रत्येक रविवार की रात से सोमवार की रात तक कमिश्नरेट की फोर्स के अलावा वाराणसी, प्रयागराज व गोरखपुर जोन से 85 दरोगा, 600 कांस्टेबल व हेड कांस्टेबल और छह डिप्टी एसपी के साथ ही पीएसी के दो उप सेनानायक सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहेंगे।
पुलिस कर्मियों के साथ तीन कंपनी पीएसी के जवान सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किए जाएंगे। गंगा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर जल पुलिस और एनडीआरएफ के अलावा पीएसी के बाढ़ राहत दल की दो कंपनी के जवान तैनात होंगे।
गोदौलिया से मैदागिन क्षेत्र में बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वॉड और दमकल कर्मियों के अलावा स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) के कर्मचारी माहौल पर नजर रखेंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के 25 कमांडो भी रहेंगे।